अशोक स्तंभ देखने पहुंचे राज्यपाल, ली जानकारी
बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र अर्लेकर अपनी धर्मपत्नी के साथ रविवार को प्रखंड के कोल्हुआ स्थित अशोक स्तंभ पहुंचे. यहां अशोक स्तम्भ परिसर स्थित प्राचीन भग्नावशेष के संबंध में जानकारी प्राप्त की.
अशोक स्तंभ स्थल की खुदाई कर विश्व के मानचित्र पर लाने की जरूरत मुजफ्फरपुर के डीएम व एसएसपी ने किया स्वागत प्रतिनिधि, सरैया बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र अर्लेकर अपनी धर्मपत्नी के साथ रविवार को प्रखंड के कोल्हुआ स्थित अशोक स्तंभ पहुंचे. यहां अशोक स्तम्भ परिसर स्थित प्राचीन भग्नावशेष के संबंध में जानकारी प्राप्त की. राज्यपाल के कोल्हुआ पहुंचने पर मुजफ्फरपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन व एसएसपी राकेश कुमार ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया. मौके पर इतिहासकार डॉ (प्रो) रामनरेश यादव ने राज्यपाल को अशोक स्तम्भ परिसर में मुख्य स्तूप, अशोक स्तम्भ के साथ खुदाई में प्राप्त प्राचीन मर्कट हृद, स्वास्तिक विहार, मनौती स्तूप के बारे में बताया. साथ ही बताया कि कोल्हुआ स्थित अशोक स्तंभ परिसर में भगवान बुद्ध कई वर्ष व्यतीत किये थे. यह जगह सर्वधर्म समन्वय स्थल के रूप में जानी जाती है. इसी स्थल पर आम्रपाली एवं महाप्रजापति गौतमी को पहली बार बौद्ध भिक्षुणी बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था. भ्रमण के दौरान राज्यपाल ने कहा कि इस स्थल की खुदाई कर विश्व के मानचित्र पर स्थापित करने की जरूरत है. राज्यपाल लगभग 35 मिनट तक अशोक स्तंभ परिसर स्थित प्राचीन भग्नावशेष का अवलोकन किया. राज्यपाल के आगमन पर सुरक्षा की दृष्टिकोण से मुजफ्फरपुर और वैशाली पुलिस ने कोल्हुआ को छावनी में तब्दील कर दिया था. कड़ी सुरक्षा के बीच राज्यपाल ने अशोक स्तंभ के अवलोकन के बाद पुनः पटना वापस चले गये. मौके पर वैशाली डीएम यशपाल मीणा, एसपी हरकिशोर राय, एसडीओपी सरैया कुमार चन्दन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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