मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच परिसर स्थित टाटा कैंसर हॉस्पिटल के सटे वन विभाग का हरा पेड़ काटने पर रविवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से शिकायत की गयी. कैंसर हॉस्पिटल के निदेशक डॉ रविकांत ने यह शिकायत की.एसएसपी जयंतकांत ने इसे गंभीरता से लेकर जांच के लिए एसकेएमसीएच पहुंचे.
एसएसपी ने जहां-जहां से वन विभाग का पेड़ काटा था, उसकी जांच की. इस दौरान एसएसपी ने टाटा कैंसर हॉस्पिटल के गार्ड व सुपरवाइजर को फटकार लगायी. थानेदार विजय कुमार सिंह को डांटते हुए टाटा कैंसर के गार्ड व अन्य सुरक्षाकर्मियों पर कार्रवाई करने को कहा.
एसएसपी ने बताया कि थानेदार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. केस को वन विभाग को ट्रांसफर कर पेड़ काटने व जिनकी लापरवाही से पेड़ काटी गयी है, उनपर कार्रवाई की जायेगी. कहा कि एक माह के अंदर हरे पेड़ को काटा गया है. गार्ड की भूमिका की जांच करने का आदेश थानेदार को दिया है.
टाटा कैंसर हॉस्पिटल के निदेशक डॉ रविकांत ने बताया कि पूरे मामले की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से की गयी. इसके बाद पुलिस प्रशासन के साथ ही वन विभाग से लेकर एसकेएमसीएच के अधिकारियों की बेचैनी बढ़ गयी. सुबह से ही जांच शुरू हो गयी. डॉक्टर ने बताया है कि एक पेड़ काटना हत्या करने के बराबर है.
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अहियापुर थाने की पुलिस ने हरा पेड़ काटने के आरोप में गिरफ्तार तीन महिला समेत चार लोगों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया. मेडिकल जांच में एक महिला की कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर उसे इलाज के लिए एसकेएमसीएच में एडमिट कराया गया. मामले में कैंसर हॉस्पिटल के निदेशक डॉ रविकांत की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
एसकेएमसीएच परिसर स्थित 15 एकड़ में वन विभाग ने नर्सरी लगाया था. कैंसर हॉस्पिटल के निर्माण के लिए जमीन हस्तांतरण करने के बाद वन विभाग एसकेएमसीएच से हटकर मुशहरी चला गया. पूर्व के लगे दर्जनों पेड़ को स्थानीय लोग काटने में लगे हैं. यह लकड़ी कीमती है.
Published By: Thakur Shaktilochan