चेन स्नैचिंग की घटनाओं का होगा ग्रुप सुपरविजन, गिरोह को चिह्नित कर होगी गिरफ्तारी

चेन स्नैचिंग की घटनाओं का होगा ग्रुप सुपरविजन, गिरोह को चिह्नित कर होगी गिरफ्तारी

By Prabhat Khabar News Desk | December 25, 2024 12:58 AM

मुजफ्फरपुर.

चैन स्नैचिंग के मामलों की अब ग्रुप सुपरविजन किया जाएगा. पुलिस मुख्यालय ने जिले में बढ़ रही चेन स्नेचिंग की घटना पर काफी गंभीर है. डीजीपी ने मुजफ्फरपुर समेत सूबे के सभी जिलों में बाइकर्स गैंग के अपराधी व चेन स्नेचर पर लगाम लगाने के लिए सुनियोजित तरीके से प्लानिंग तैयार करके कार्रवाई करने को कहा है. डीजीपी के आदेश के आलोक में एसएसपी राकेश कुमार ने जिले के सभी थानेदारों को स्नेचिंग की घटना पर अलर्ट कराते हुए गिरोह को चिन्हित करके उनकी गिरफ्तारी करने का आदेश दिया है.

अपराधियों को चिह्नित करने में मदद मिलेगी

इसके तहत चेन स्नेचिंग एवं चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस अधिकारियों को ग्रुप सुपरविजन करने का निर्देश दिया गया है. इतना ही नहीं इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर की मदद से असामाजिक तत्वों पर नजर रखने काे कहा है. जिससे चेन स्नेचिंग की घटनाओं पर रोक लगेगी. बताया गया है कि डीजीपी ने 16 दिसंबर काे पुलिस के वरीय अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें प्रमुख रूप से चेन स्नेचिंग और चोरी की घटनाओं का ग्रुप सुपरविजन करने काे कहा है. जिसमें अपराधियों को चिह्नित करने में मदद मिलेगी.

एक ही गिरोह सभी वारदात को दे रहा है अंजाम

बताया गया है कि शहर के कई थाना क्षेत्रों में चेन स्नेचिंग व चोरी की घटनाएं हो रही है. ग्रुप सुपरविजन से इन सभी थाने में दर्ज प्राथमिकी की जांच कर रहे आइओ साथ में बैठकर इसकी समीक्षा करेंगे. घटना की जानकारी लेकर यह पता करेंगे कि अलग-अलग थाना क्षेत्रों में चेन स्नेचिंग व चोरी की वारदात काे काैन-काैन अपराधी अंजाम दे रहे है. क्या एक ही गिरोह सभी वारदात को अंजाम दे रहा है. उनका घटना काे अंजाम देने का क्या तरीका है. अपराधियों की कद-काठी क्या है. पुलिस आसानी से पता कर लेगी कि एक या अलग-अलग गिरोह घटना काे अंजाम दे रहा है.

इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर से बाइकर्स गैंग रखी जाएगी नजर

स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर की मदद से बाइकर्स गैंग के अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. इसके लिए एक इंस्पेक्टर की तैनाती की जाएगी. कमांड कंट्रोल बिल्डिंग में लगे सीसीटीवी से अपराधियों की निगरानी होगी. पहले ट्रिपल लोडिंग वाले बाइक सवार का चालान काटा जाता था. अब से उनका सत्यापन भी किया जाएगा. कमांड कंट्रोल बिल्डिंग में मौजूद इंस्पेक्टर उसकी गतिविधियों पर नजर रखकर इसकी सूचना संबंधित थाना की पुलिस काे देंगे. जिसके बाद बाइक सवारों का सत्यापन किया जाएगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version