वरीय संवाददाता, मुजफफरपुर जिले में वर्ष 2023 में उत्तर बिहार में 57 बच्चे एइएस से पीड़ित हुए थे. उन सभी बच्चों की रिपोर्ट स्वास्थ्य मुख्यालय ने मांगी है. मुख्यालय ने कहा है कि अगर इनमें से एक भी बच्चा इस साल एइएस से पीड़ित होकर भर्ती हुआ है तो उसके घर का सर्वे करायें. उसके घर के रहन सहन का भी ब्यौरा उपलब्ध कराये. हालांकि इस साल 34 बच्चे एइएस से पीड़ित हुए हैं, उनमें एक भी बच्चा पिछले साल का नहीं है. यहां बता दें कि पिछले साल उत्तर बिहार में सबसे कम बच्चे शिवहर और पूर्वी चंपारण के पीड़ित हुए थे. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल शंकर सहनी कहते हैं कि जिलों में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एइएस) के कारण बच्चे पीड़ित होने लगे हैं. मौसम की तल्खी और हवा में नमी की अधिकता के कारण एइएस नामक बीमारी से इस वर्ष अब तक बच्चों को बीमार कर रही है. हालाकि पिछले साल की तुलना में हालांकि यह आंकड़ा राहत देने वाला है. इस बीच इसी महीने से निमहांस अब एइएस पर शोध प्रारंभ करेगी. जिले के 33 बच्चे, सीतामढ़ी से 5, शिवहर से 1, पूर्वी चंपारण से 3, पश्चमी चंपारण से 5 बच्चों में एइएस की पुष्टि हुई है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है