वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर एइएस से स्वस्थ हुए बच्चाें का फाॅलाेअप नहीं हाे रहा है. इसकाे लेकर स्वास्थ्य मुख्यालय ने हाइपर फीवर चेंज चाइल्ड से संबंधित विस्तृत रिपाेर्ट मांगी है. मुजफ्फरपुर समेत 12 एइएस प्रभावित जिले के सिविल सर्जन से यह रिपाेर्ट मांगी है. कहा गया है कि स्वस्थ हुए इन बच्चाें पर मानसिक-शारीरिक रूप से क्या प्रभाव पड़ा. वर्तमान में उनकी क्या स्थिति है. हाई फीवर से कितने बच्चे पीड़ित हुए और कितने स्वस्थ हुए. बताया जाता है कि एइएस से पीड़ित बच्चे मानसिक रूप से काफी प्रभावित हाेते हैं. इसमें सबसे अधिक जेई से पीड़ित हाेने वाले बच्चों की स्थिति खराब हाे जाती है. अबतक की जांच में यह सामने आया है कि बीमार हाेने पर यदि बच्चाें का तत्काल इलाज किया जाता है ताे इनमें अधिकतर बच्चों की जान बच जाती है. इसकाे लेकर एक शाेध किया जा रहा है. मुजफ्फरपुर समेत प्रभावित 12 जिलों में जाे बच्चे बीमार हुए, उन्हें बीमार हाेने के कितने समय बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनकी स्थिति क्या है. एइएस से पीड़ित हाेने के बाद पाेस्ट एइएस बच्चाें का फाॅलाेअप 2018 के बाद नहीं हाे रहा है. 2020 व 21 में काफी संख्या में बच्चे एइएस से बीमार हुए. इधर, 2022 और 23 में एइएस का काफी कम केस आया. ऐसे में बचाव व पाेस्ट एइएस बच्चाें काे बचाने की तैयारी शुरू की जा रही है.
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