वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर उत्तर बिहार के 12 जिलों में एइएस से पीड़ित होने वाले बच्चों की संख्या में कमी आ गयी हैं. बारिश होने के बाद एइएस से पीड़ित बच्चे नहीं हो रहे हैं. पिछले पांच दिनों में एसकेएमसीएच के पीकू में एक भी एइएस का केस सामने नहीं आया है. वहीं चमकी बुखार के भी बच्चे नहीं आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने भी दावा किया है कि अब एइएस के केस नहीं आयेंगे. अभी तक जनवरी से लेकर जून तक जो 41 केस एइएस से पीड़ित होकर पीकू में आये हैं. उनमें एक भी बच्चे की मौत नहीं हुई है. इधर, मौसम में भी बदलाव आने के बाद एइएस से पीड़ित बच्चे नहीं होंगे. वहीं पिछले साल से भी कम इस साल बच्चे पीड़ित होकर पीकू में पहुंचे हैं. जिला मलेरिया अधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि एइएस से पीड़ित बच्चे इस साल कम आये हैं. इसका सबसे बड़ा कारण जागरूक होना है. मार्च से ही जिले के पंचायत से लेकर हर गांव कस्बों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके साथ ही बच्चों के परिजनों को रातों को खाना खिला और मीठा खिला कर सुलाने की बात बतायी जा रही थी. आशा के माध्यम से ओआरएस के पैकेट घर-घर और पंपलेट भी बांटे जा रहे थे. इस कारण बच्चे पीड़ित कम हुए हैं.
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