मुजफ्फरपुर. नागालैंड के दीमापुर से एके 47 की तस्करी करने वाले जैतपुर थाना के पोखरैरा निवासी विकास कुमार, हाजीपुर के अंजानपीर मोहल्ले के सत्यम कुमार और कुढ़नी प्रखंड के मनकौली गांव निवासी मुखिया पुत्र देवमुणि कुमार की जमानत पर सोमवार को एडीजे पांच के न्यायालय में सुनवाई की गयी. सुनवाई की अगली तिथि एक अगस्त तय की गयी है. पुलिस ने इस मामले में केस डायरी से लेकर चार्जशीट तक दाखिल कर चुकी है. डीएम से जारी अभियोजन स्वीकृति भी कोर्ट में दे दी गयी है. बता दें कि मुजफ्फरपुर रेलवे जंक्शन के समीप पुलिस ने विकास और सत्यम को पकड़ा था. उनके पास से एके-47 में लगने वाला बट और दूरबीन जब्त किया गया था. पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया था कि हाल ही में नागालैंड के दीमापुर से एक एके-47 हथियार लाकर देवमुणि कुमार के हाथों बेची थी. उसी एके-47 में दूरबीन और बट लगाने के लिए दिया जाना है. दोनों से पूछताछ के आधार पर पुलिस टीम ने मनकौली गांव में छापेमारी कर देवमुणि को गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर उसके घर के पास मनकौली श्मशान स्थित पुलिया के नीचे छिपाकर रखे गए एके-47 हथियार जब्त किया गया. एके-47 के मैगजीन में पांच गोलियां लोड मिली थी. इसके साथ विकास ने यह भी खुलासा किया था कि दीमापुर में पूर्वी चंपारण के मधुबन के मूल निवासी अहमद अंसारी एके-47 का सप्लायर है. उससे ही हथियार खरीदकर मुजफ्फरपुर में सप्लाई किया जाता है. पुलिस ने दीमापुर में छापेमारी कर अहमद अंसारी को गिरफ्तार किया गया था.
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