सहन नहीं कर पा रहे हैं 40 डिग्री का तापमान मुजफ्फरपुर.धूप व भीषण गर्मी की चपेट में आकर बच्चे बीमार पड़ रहे हैं. छोटे बच्चों पर गर्मी का असर दिख रहा है. तेज बुखार और लूज मोशन के वे शिकार हो रहे हैं. केजरीवाल अस्पताल, एसकेएमसीएच, सदर अस्पताल व निजी क्लिनिक में इस तरह के मामले ज्यादा दिखाई पड़ रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि अधिक गर्मी से शरीर में पानी की कमी हो जाती है. साथ ही बाहरी वातावरण का तापमान जब शरीर के तापमान से अधिक हो जाता है तो बच्चों में इसका असर दिखने लगता है. लिहाजा बच्चे इस भीषण गर्मी से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. दोपहर 12 बजे स्कूलों में छुट्टी होने के कारण बच्चे चिलचिलाती धूप में पड़ जाते हैं. 40 डिग्री का तापमान बच्चे सहन नहीं कर पा रहे हैं. घर में छोटे बच्चों पर भी इस गर्मी का असर देखा जा रहा है. डॉक्टरों की मानें तो इस भीषण गर्मी में खाली पेट रहना सबसे बड़ा खतरा है. इससे लू लगने की संभावना बढ़ जाती है. तेज धूप आंखों के लिए भी खतरनाक है. गर्मी से आंख में जाती गरम हवा आंख के पानी को सूखा देती है. जिसका बुरा असर रेटिना पर पड़ता है. क्या कहते हैं डॉक्टर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. चिन्मयी शर्मा ने कहा कि गर्मी में बढ़े तापमान से बच्चे का शरीर एडजस्ट नहीं होने के कारण लू लगने की संभावना रहती है. इससे शरीर का पानी सूख जाता है. तेज बुखार व लूज मोशन होना लू का कारण होता है. ऐसे में बच्चों को पानी अधिक पिलाना चाहिए. लू लगने पर ओआरएस का घोल, दाल का पानी, कच्चा आम पकाकर लगाना व पिलाना चाहिए. गर्मी में आसानी से पचने वाला भोजन ही करना चाहिए. भोजन में तेल-मसाला की मात्रा कम होना चाहिए. गर्मी के मौसम में पूरे शरीर को ढकने वाला कपड़ा पहनना चाहिए. उल्टी-दस्त या तेज बुखार की स्थिति को नजरअंदाज नहीं करें. तुरंत चिकित्सक से सलाह लेना जरूरी है.
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बच्चों पर भारी गर्मी का सितम, फैल रहा बुखार और डायरिया
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