Bihar News: बैंक डकैती में शामिल अपराधियों और पुलिस के बीच ताबड़तोड़ फायरिंग, दो गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर में असफल बैंक डकैती के आरोपियों ने पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में मुख्य आरोपी पुलिस की गोली से घायल हो गया. जिसका इलाज एसकेएमसीएच में चल रहा है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लूटी गयी सरकारी रायफल व अन्य हथियार बरामद कर लिये.

By Anand Shekhar | February 26, 2024 8:33 AM

Bihar News: मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र में शुक्रवार को पंजाब नेशनल बैंक में लूट का असफल प्रयास करने वाले गैंग के अपराधियों के साथ रविवार की अहले सुबह पुलिस की मुठभेड़ हो गई. थाना क्षेत्र के मधुकर छपरा स्थित चौर में अपराधियों के इकट्ठा होने की सूचना पर पहुंची पुलिस पर अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. अपराधियों की ओर से करीब छह राउंड गोलीबारी की गई. संयोग रहा कि इससे कोई पुलिस पदाधिकारी जख्मी नहीं हुए. गोली पुलिस की जीप और बोनट पर लगी.

पुलिस की गोली से मुख्य आरोपित हुआ जख्मी

पुलिस की ओर से अपराधियों को हवाई फायरिंग कर चेतावनी दी गई, लेकिन इसके बाद भी अपराधी नहीं माने. आत्मरक्षा के लिए पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. इस दौरान एक गोली फायरिंग कर रहे अपराधी के पैर में जा लगी. इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल से दो अपराधियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने पाया कि गोली से घायल साइन निवासी रंजन पटेल ही बैंक लूट के दौरान सबसे अधिक सक्रिय था. उसी ने होमगार्ड जवान भोला राय को पिस्टल से सिर में मारा था और बाद में गोली मारकर रायफल लूट ली थी.

बरामद हथियार

घटनास्थल से ये हुआ बरामद

घटनास्थल से पुलिस ने लूटी गई राइफल और चार कारतूस के साथ ही अपराधियों की एक पिस्टल, एक कारतूस, पांच खोखा, दो मोबाइल, बैंक लूट की घटना में प्रयोग की गई बाइक और मास्क बरामद किया गया. पकड़ा गया दूसरा अपराधी रंजीत पटेल है. दाेनों एक ही गांव के रहने वाले हैं. मामले में शामिल चार अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर एसआइटी लगातार छापेमारी कर रही है. रविवार को वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने प्रेस वार्ता कर मुठभेड़ के संबंध में जानकारी दी.

मामले की छानबीन के लिए गठित की गई थी SIT

राकेश कुमार ने बताया कि बैंक लूट के असफल प्रयास और होमगार्ड जवान की राइफल लूटकर भागने के बाद उनके निर्देशन में एसआइटी गठित की गई थी. इसका नेतृत्व डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद कर रहे थे. इसमें जिला आम सूचना इकाई के साथ ही कांटी थानाध्यक्ष और मोतीपुर थाने के पदाधिकारी को भी शामिल किया गया था. पुलिस टीम ने शनिवार की शाम गोपालपुर बाजार के पास से रंजीत पटेल की गिरफ्तारी हुई थी. उसकी निशानदेही पर मधुकर छपरा स्थित चौर में पुलिस रंजन की गिरफ्तारी के लिए पहुंची थी. तभी उसने पुलिस टीम पर फायरिंग की. पुलिस की ओर से भी पांच गोली चलाई गई. इसमें से एक गोली रंजन पटेल को लगी. इसके बाद उसे पकड़ा गया.

रंजीत पटेल को पैसे का लालच देकर ले गये थे बदमाश 

पुलिस की पूछताछ के क्रम में रंजीत पटेल ने बताया कि वह हलवाई का कार्य करता था. उसे इन लोगों ने ही बैंक लूट में शामिल होने और पैसे का लालच देकर साथ लिया था. घटना में प्रयुक्त बाइक भी उसी की थी. रंजन के खिलाफ आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के तहत पूर्व में भी मामले दर्ज हैं. शेष चार अपराधी मुजफ्फरपुर और सीमावर्ती जिले से जुड़े हैं. एसएसपी ने कहा कि उन्हें भी शीघ्र दबोचा जायेगा.

टीम को किया गया सम्मानित

मुठभेड़ में शामिल पदाधिकारियों को 21 हजार पुरस्कार 

एसएसपी राकेश कुमार ने कहा कि 36 घंटे के भीतर दो अपराधियों की गिरफ्तारी कर टीम ने अच्छा काम किया है. अपराधी की ओर से गोलीबारी के बीच जान पर खेलकर पुलिसकर्मियों ने उसका सामना किया. ऐसे में टीम में शामिल पदाधिकारियों को 21 हजार रुपये नकद पुरस्कार दिया गया.

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