Helicopter Crash: मुजफ्फरपुर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना के बाद लोगों ने जिस तरह से तत्परता दिखाते हुए पानी में डूब रहे सेना के जवानों को अपने बल पर रेस्क्यू कर बाहर सकुशल निकाल लिया, इनकी वीरता की चर्चा हर तरफ हो रही है.
सबसे बड़ी बात ये है कि इन लोगों ने पहले रेस्क्यू कर जवानों की जान बचाई, इसके बाद दुर्घटना की जानकारी शासन प्रशासन को दी. इस हादसे में एक जवान को पैर में मामूली चोट लगने की बात सामने आ रही है, वहीं दो जवानों के शरीर पर हल्के जख्म के निशान होने की सुचना मिली है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि हेलीकॉप्टर के पीछे की दिशा में चिंगारी देखी गई, इसके बाद धीरे-धीरे हेलीकॉप्टर असंतुलित नजर आने लगी. इसके बाद हेलीकॉप्टर क्रैश होने की सूचना मिली है. जिस जगह पर हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ वहां पर 5 फीट पानी है. घटनास्थल के समीप चारों ओर बाढ़ का पानी भरा है.
हेलीकॉप्टर छत विछत अवस्था में दुर्घटना स्थल पर ही पड़ा है, जिसके पंखे समेत दरवाजा व खिड़की भी टूट कर बिखरी पड़ी हुई है, क्षतिग्रस्त हेलीकॉप्टर से सेना के जवानों का कोई भी सामान नहीं निकल पाया, वहीं हेलीकॉप्टर में रखे राहत की राशि का पैकेट भी पानी में पूरी तरह नष्ट होने की खबर है.
घटना के एक घंटे के उपरांत मुजफ्फरपुर व सीतामढ़ी जिला के प्रशासन का तांता लग गया. वहीं घटना स्थल पर नाव के सहारे जाने की बात पर सीतामढ़ी के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक सदर समेत कई अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंच सके. हालांकि देर शाम मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी व एसएसपी के पहुंचने की सूचना है.
चारों जवानों को रेस्क्यू कर बाहर निकलने में अहम भूमिका निभाने वाले रामनगरा गांव निवासी पेशे से राजमिस्त्री नवल किशोर सिंह व राजा कुमार ने आंखों देखी बात बताते हुए कहा कि हेलीकॉप्टर मधुबन बेसी बाजार के समीप खाने का पैकेट गिरा कर जैसे ही आगे बढ़ा तो बांस के पेड़ से उसकी पंखी टकरा गई, फिर हेलीकॉप्टर में चिंगारी देखी गई और बम की तरह आवाज हुई, इसके बाद नाचते हुए धड़ाम से हेलीकॉप्टर पानी में गिर गया.
हेलीकॉप्टर को गिरते देखकर सभी लखनदेई नदी के मुख्य धारा के पानी को तैर कर पांच मिनट के अंदर ही घटनास्थल पर पहुंच गए. इसके बाद चारों जवानों को जान पर खेल कर पानी से बाहर ऊंचे स्थान पर निकला.
रेस्क्यू करने वाले लोगों ने बताया कि पानी में पेट्रोल की इतनी बदबू थी कि सांस लेने तक में दिक्कत हो रही थी, फिर भी जान को जोखिम में डालकर हम सभी की जान बचाई. स्थानीय वार्ड सदस्य रविंद्र कुशवाहा ने बताया कि मुसीबत की घड़ी में सेना के जवान ही हम लोगों के काम आते हैं, इसलिए हम लोगों का कर्तव्य बनता है कि जवान की रक्षा करें.