Helicopter Crash: मुजफ्फरपुर में राहत पैकेट पहुंचा रहा सेना का हेलीकॉप्टर जानें कैसे पानी में गिरा

Helicopter Crash जवानों को रेस्क्यू कर बाहर निकलने में अहम भूमिका निभाने वाले रामनगरा के पेशे से राजमिस्त्री नवल किशोर सिंह व राजा कुमार ने आंखों देखी हाल बताया....

By RajeshKumar Ojha | October 2, 2024 8:47 PM
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Helicopter Crash मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड की बाढ़ग्रस्त भरथुआ पंचायत के मधुबन बेशी के पास बुधवार को दोपहर दो बजे राहत सामग्री पहुंचा रहा सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होकर बाढ़ के पानी में गिर गया.  यह देख राहत के लिए आस लगाये बाढ़ पीड़ितों की चीख निकल पड़ी. अफरातफरी मच गयी. कुछ साहसिक ग्रामीण तैरकर गिरे हेलीकॉप्टर के पास पहुंचे. पायलट समेत सेना के चार जवानों काे खाट पर लाद कर बाहर निकाला. फिर स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी दी. सभी जवान होश में थे. एक जवान को पैर व  दो जवानों के शरीर पर हल्के जख्म के निशान थे. जिस जगह पर हेलीकॉप्टर गिरा है वह रामपदारथ सिंह का खेत है.


जानकारी के एक घंटे के बाद पहुंचे प्रशासन ने एनडीआरएफ की बोट से चारों जवान को मेडिकल सुविधा के लिए एसकेएमसीएच भेजा. प्राथमिक  इलाज के सभी को पटना रेफर किया गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि हेलीकॉप्टर के पीछे चिंगारी िनकल रही थी. जहां हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है वहां करीब पांच फुट पानी है.  घटनास्थल के समीप चारों ओर बाढ़ का पानी है. दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर पानी में ही पड़ा है. उसके पंखे, दरवाजा व खिड़की टूट कर बिखर गयी है. उसमें से सेना के जवानों का कोई भी सामान नहीं निकल पाया.

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 हेलीकॉप्टर में रखे राहत के पैकेट पानी में डूबे हैं.  एक घंटे के बाद मुजफ्फरपुर व सीतामढ़ी जिला प्रशासन का तांता लग गया. रास्ता दुर्गम व नाव के सहारे जाने की बात पर सीतामढ़ी के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक सदर समेत कई अधिकारी घटनास्थल तक नहीं पहुंच सके. घटना स्थल से आधा किलोमीटर पहले ही लौटना पड़ा. देर शाम मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी व एसएसपी पहुंचे.  

बोले जवान- थैंक्यू गॉड आप लोगों ने जान बचायी
औराई.  रेस्क्यू के उपरांत चारों जवानों ने अपनी जान बचाने  के लिए स्थानीय ग्रामीणों का धन्यवाद किया. उनकी ओर आशा भरी निगाहों से देखते रहे. सभी जवान पानी में पूरी तरह भीग हुए थे.  जीवन कैसे बचा इसके डर का भाव उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था. वह ग्रामीणों के प्रश्नों का उत्तर नहीं दे पा रहे थे.  समाजसेवी अमरेंद्र कुशवाहा ने बताया कि सभी जवानों को पानी पिला व  हाथ के पंखे से हवा देकर राहत पहुंचाई गयी.  इसके बाद चारों जवान पूरी तरह रिलैक्स हुए. पास में खड़े लोगों के मोबाइल मांग कर अपनी कुशलता की सूचना विभाग व  परिजन को दिये.  स्थानीय लोगों को जान बचाने के लिए थैंक्यू व जाते समय हाथ हिलाकर हल्की मुस्कुराहट के साथ अभिवादन कर इलाज के लिये चले गये.

बांस के पेड़ से पंखे के टकराने से हुआ हादसा
जवानों को रेस्क्यू कर बाहर निकलने में अहम भूमिका निभाने वाले रामनगरा के पेशे से राजमिस्त्री नवल किशोर सिंह व राजा कुमार ने आंखों देखी हाल बताया.  कहा कि हेलीकॉप्टर मधुबन बेसी बाजार के समीप खाने का पैकेट गिरा कर जैसे ही आगे बढ़ा, बांस के पेड़ से उसका पंखा टकरा गया. फिर हेलीकॉप्टर से चिंगारी िनकलने लगी. बम की तरह आवाज हुई और नाचते हुए धड़ाम से हेलीकॉप्टर पानी में गिर गया.

नवल किशोर ने बताया कि हेलीकॉप्टर को गिरते देख सभी लोग अपने जान की परवाह किये िबना लखनदेई की मुख्य धारा के पानी को तैर कर पांच मिनट के अंदर ही घटनास्थल पर पहुंचे.चारों जवानों को पानी से बाहर ऊंचे स्थान पर ले गये. रेस्क्यू करने वाले लोगों ने बताया कि पानी में पेट्रोल के कारण सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी.  जान जोखिम में डालकर सबों की जान बचायी. स्थानीय वार्ड सदस्य रविंद्र कुशवाहा ने बताया कि मुसीबत की घड़ी में सेवा के जवान ही लोगों के काम आते हैं. हम लोगों का कर्तव्य बनता है कि उनकी जवान की रक्षा करें.

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