बिहार: ट्रांसजेंडर की शिकायत सुनने के लिए थानों में बनेगा हेल्प डेस्क, पुलिस पदाधिकारी की होगी तैनाती
मुजफ्फरपुर में महिला हेल्प डेस्क की तरह थर्ड जेंडर की शिकायतों के निबटारे के लिए हेल्प डेस्क बनाया जाएगा. जहां पुलिस पदाधिकारी की तैनाती होगी.
मुजफ्फरपुर जिले के थानों में ट्रांसजेंडर की शिकायत सुनने के लिए एक अलग से हेल्प डेस्क की स्थापना होगी. यहां आने वाली शिकायतों को सुनने के लिए सभी थाने में एक- एक पुलिस पदाधिकारी की तैनाती होगी. समाज कल्याण विभाग की सिफारिश के बाद सभी थानेदार को पुलिस मुख्यालय से एक पत्र भेजा गया है. इसमें महिला हेल्प डेस्क की तरह थर्ड जेंडर की शिकायत को सुनने व उसके निबटारे के लिए अलग से हेल्प डेस्क बनाने की बात कही गयी है. यहां एक डेडिकेटेड पुलिस पदाधिकारी की तैनाती भी होगी. ट्रांसजेंडर अपने साथ होने वाली आपराधिक या किसी तरह की वारदात की शिकायत करने से हिचकती रहती है. अब थाने में उनके लिए अलग से हेल्प डेस्क स्थापित होगा, आने वाले दिनों में ट्रांसजेंडर मुखर होकर अपनी शिकायत लेकर थाने आ सकते हैं.
पहले से स्थापित है महिला हेल्प डेस्क
जानकारी हो कि बच्चे के साथ होनेवाली आपराधिक घटना की मॉनिटरिंग के लिए थाने में अलग से एक पुलिस पदाधिकारी को बाल कल्याण पदाधिकारी का जिम्मा दिया गया है. वहीं, महिला से संबंधित शिकायत को सुनने के लिए महिला हेल्प डेस्क स्थापित किया गया है. यहां महिलाएं अपनी शिकायत लेकर आती है, और लोगों से साझा करती है. बीते कुछ सालों में मुजफ्फरपुर समेत पूरे बिहार में ट्रांसजेंडर की संख्या काफी बढ़ी है. ऐसे में अब ट्रांसजेंडर किसी भी तरह की घटना की शिकायत बिना डर व झिझक के थाने में कर सकेंगे. उनकी फरियाद सुनने के लिए थानों में एक अलग से पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की जा रही है.
जिले में ट्रांसजेंडर की सात सौ से अधिक आबादी
जिले में वर्तमान में ट्रांसजेंडर की पांच सौ से अधिक आबादी है. करीब दो सौ ट्रांसजेंडरों का नाम वोटर लिस्ट में है. पिछले वोटर लिस्ट में सिर्फ 29 का नाम था. ट्रांसजेंडर का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ने के लिए इस बार विशेष अभियान भी चलाया गया था.
समाज कल्याण विभाग से एक निर्देश आया है, जिसके आधार पर जिले के हर थाने में हेल्प डेस्क स्थापित कर एक-एक पदाधिकारी की तैनाती की जा रही है. पहले से भी थानों में महिलाओं और आम लोगों के लिए यह सुविधा है.
राकेश कुमार, एसएसपी, मुजफ्फरपुर