Hindi language global popularity: आज हिंदी सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में अपनी पहचान बना रही है. हाल ही में दक्षिण कोरिया और जापान में हिंदी सीखने की ओर बढ़ती हुई रुचि ने इस भाषा को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दी है. दक्षिण कोरिया के सियोल में हिंदी के प्रति युवाओं का उत्साह तेजी से बढ़ रहा है, और यहां के छात्र अब न केवल हिंदी में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि हिंदी में समाचार पत्रिका भी निकाल रहे हैं.
102 छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा ले रहे
सियोल में हंगुक यूनिवर्सिटी ऑफ फॉरेन स्टडीज में हिंदी के प्राध्यापक डॉ. ज्ञान प्रकाश का कहना है कि इस विश्वविद्यालय में हिंदी के 102 छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा ले रहे हैं. ये छात्र भारतीय संस्कृति और सभ्यता में गहरी रुचि रखते हैं और हिंदी को अपनी दूसरी भाषा के रूप में अपनाने में गर्व महसूस करते हैं. सियोल के इस विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग सबसे ज्यादा लोकप्रिय है, और यहां के छात्र अब हिंदी में कोरियाई समाचार पत्रिका निकाल रहे हैं.
कुछ वर्षों से हिंदी का प्रचार-प्रसार बढ़ा
इसके अलावा, जापान के ओसाका विश्वविद्यालय में भी पिछले कुछ वर्षों से हिंदी का प्रचार-प्रसार बढ़ा है. यहां डॉ. वेद प्रकाश सिंह के नेतृत्व में 102 छात्र हिंदी के बीए और एमए कर रहे हैं. विशेष रूप से हिंदी साहित्य, खासकर भक्तिकाव्य, को लेकर छात्रों का गहरा लगाव देखने को मिल रहा है.
भारतीय संस्कृति और भाषा की वैश्विक पहचान तेजी से बढ़ रही
इन दोनों देशों में हिंदी के प्रति बढ़ती रुचि और छात्रों का इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाने का जज्बा यह साबित करता है कि हिंदी अब केवल एक भारतीय भाषा नहीं रही, बल्कि एक ग्लोबल भाषा बन चुकी है. यह दर्शाता है कि भारतीय संस्कृति और भाषा की वैश्विक पहचान तेजी से बढ़ रही है.