हाई लेवल पुल के निर्माण में बाधक बन रहा मकान, मांगी रिपोर्ट

हाई लेवल पुल के निर्माण में बाधक बन रहा मकान, मांगी रिपोर्ट

By Prabhat Khabar News Desk | January 3, 2025 1:16 AM

मुजफ्फरपुर.

बागमती-लखनदेई नदी पर हाई लेवल पुल का निर्माण में एक मकान आड़े आ रहा है.पुल व एप्रोच रोड के लिए अधिग्रहित जमीन पर कच्चा पक्का मकान है, जिसे खाली नहीं किया जा रहा है. निर्माण एजेंसी के द्वारा इससे एनएचएआइ को अवगत कराया गया था. इसके आलोक में परियोजना निदेशक ने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी रैयत का नाम और भूमि का ब्यौरा भेजकर उसे खाली कराने का अनुरोध किया है. ताकि निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जा सके.

आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा

इधर, एसडीओ पूर्वी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बोचहां के अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष को मकान खाली कराने को लेकर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है. दरअसल, बागमती-लखनदेई नदी के संगम स्थल पर करीब 464 करोड़ से फोरलेन पुल और एप्रोच पथ का निर्माण कराया जाना है. इसके लिए एनएचएआइ ने टेंडर प्रक्रिया भी पूरा कर लिया है. भूमि अधिग्रहण का काम भी पूरा हो चुका है. निर्माण एजेंसी मशीन लेकर कार्यस्थल पर पहुंच चुकी है, लेकिन एप्रोच पथ के निर्माण में स्थाई संरचना बाधा बन रहे हैं.

बोचहां के बहलोलपुर में उत्पन्न बाधा दूर

बताया गया कि कटरा में पांच खेसरा ऐसे हैं, जिसे खाली कराया जाना आवश्यक है. इसमें 0.106 हेक्टेयर, 0.18 हेक्टेयर, 0.025 हेक्टेयर, 0.004 हेक्टेयर, 0.025 हेक्टेयर और 0.004 हेक्टेयर रकबा अतिक्रमित है. इसमें पांच रैयतों को भुगतान किया जा चुका है. जबकि एक खेसरा के रैयत का मुआवजा कोर्ट में जमा की जा चुकी है. परियोजना निदेशक ने अवस्थित संरचना को खाली कराते हुए दखल-कब्जा दिलाने का अनुरोध किया है. वही इसी एनएच 527 मझौली-चोरौत फोरलेन में बोचहां के बहलोलपुर में उत्पन्न बाधा दूर हो गयी है. फोरलेन के बीच एक मंदिर था, जिसे शिफ्ट करने को लेकर ग्रामीणों और एनएचएआइ के बीच सहमति नहीं बन रही थी. इस कारण सालभर तक वहां पर निर्माण कार्य बाधित रहा. एनएचएआइ की ओर से वहां से हटकर भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया.

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