आवागमन का साधन, चौहद्दी, नागरिक सुविधाएं, कनेक्टिविटी समेत तमाम बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार होगी
मुजफ्फरपुर.
विकास भी विरासत भी योजना के तहत, राज्य के शिव मंदिरों का विकास किया जायेगा.इस योजना के तहत, ऐतिहासिक व पौराणिक धरोहरों और शिव मंदिरों को विकसित करने की कार्ययोजना तैयार की गयी है. इन मंदिरों को पर्यटकीय दृष्टिकोण से विकसित किया जा रहा है. पर्यटन निदेशालय के निदेशक मुजफ्फरपुर समेत 12 जिलों के डीएम को पत्र और मंदिरों की सूची भेजकर विस्तृत रिपाेर्ट मांगी है. इसके आलोक में डीएम सुब्रत कुमार सेन ने अपर समाहर्ता, राजस्व से औराई प्रखंड अंतर्गत भैरव स्थान मंदिर के संबंध में रिपोर्ट देने को कहा है, ताकि इसे पर्यटन निदेशालय को अग्रसारित किया जा सके. इसमें वर्तमान भौगोलिक स्थिति, भूमि विभागीय,गैर मजरूआ, निजी अथवा मठ की होने की स्थिति में स्पष्ट नजरी नक्शा उपलब्ध कराने को कहा है. इसके अलावा भूमि के हस्तांतरण, अधिग्रहण व एनओसी के संबंध में भी जानकारी देने को कहा है. साथ ही वहां पर आवागमन का साधन, चौहद्दी, नागरिक सुविधाएं, कनेक्टिविटी समेत तमाम बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार होगी. इसी आधार पर पर्यटन स्थल बनाने को लेकर कार्ययोजना तैयार की जायेगी.इन मंदिरों का होगा विकास
मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड स्थित भैरव स्थान शिव मंदिर, वैशाली जिले में हरिहरनाथ मंदिर, पूर्वी चंपारण जिले में सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर, दरभंगा जिले में कुशेश्वरनाथ शिव मंदिर, मधुबनी के राजनगर प्रखंड में एकादश रुद्र मंदिर रहिका प्रखंड में कपिलेश्वर स्थान शिव मंदिर तथा बाबूबरही प्रखंड के मदनेश्वर स्थान शिव मंदिर, मधेपुरा जिले में सिंघेश्वर महादेव मंदिर, अररिया जिले के कुर्साकांटा स्थित सुन्दरनाथ महादेव मंदिर, कटिहार जिले में गोरखनाथ शिव मंदिर, भागलपुर जिले के सुल्तानगंज स्थित अजगैबीनाथ मंदिर व कहलगांव स्थित बाबा बटेश्वरनाथ मंदिर का मुख्य रूप से विकास होगा. इसके अलावा गया जिले के कोंच मेंकोचेश्वर शिव मंदिर, सीवान जिले के सिसवन स्थित महेन्द्रनाथ शिव मंदिर , पटना जिले के खुसरूपुर में बैकटपुर धाम को विकसित किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है