भारतीय वन सेवा का पदाधिकारी हूं, चौथे नंबर पर नाम होना चाहिए
भारतीय वन सेवा का पदाधिकारी हूं, चौथे नंबर पर नाम होना चाहिए
मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर अधिकारियों को भेजे जाने वाले पत्र में वरीयता के अनुसार नाम नहीं होने पर सवाल उठने लगा है. निचले क्रम में नाम और पद रहने पर वन प्रमंडल पदाधिकारी ने आपत्ति जतायी है. उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर अनुरोध किया है कि उनके पद के अनुरूप चौथे स्थान पर उनका नाम रखा जाये. पिछले दिनों पंचायत विकास सूचकांक के क्रियान्वयन को लेकर करीब 50 से अधिक पदाधिकारियों से रिपोर्ट तलब की गयी थी. इसमें 18वें स्थान पर वन प्रमंडल पदाधिकारी के पद का जिक्र था. इस पर उन्होंने आपत्ति जताते हुए इसमें संशोधन करने का अनुरोध किया है. बताया कि वे भारतीय वन सेवा के पदाधिकारी हैं. इसके अनुसार उनका नाम पत्र में चौथे स्थान पर होना चाहिए जबकि उनके निचले पद वाले पदाधिकारियों का नाम ऊपर में था. यह उनके पद के अनुरूप नहीं है. उन्होंने जिलाधिकारी से संबंधितों को निर्देशित करने का आग्रह किया है. ताकि भविष्य में उनके नाम और पदनाम के ऊपरी क्रम में रखा जा सके. बता दें कि पंचायत विकास सूचकांक के क्रियान्वयन को लेकर जिलाधिकारी के स्तर से पत्र जारी किया गया था. इसमें पंचायती राज विभाग के अनेकों पत्र का हवाला देते हुए सूचकांक से संबंधित डाटा को प्रविष्टि करते हुए ऑनलाइन अपलोड करने की प्रक्रिया धीमी होने की बात कही गई थी. इसी के आलोक में जिलाधिकारी ने मामले को प्राथमिकता के आधार पर लेकर इसका निष्पादन करते हुए रिपोर्ट देने को कहा था.