मुजफ्फरपुर में बना रहे थे अवैध मुहर, सात दुकानों में हुई छापेमारी में पकड़ाया मामला
मुजफ्फरपुर में बना रहे थे अवैध मुहर, सात दुकानों में हुई छापेमारी में पकड़ाया मामला
शिकंजा-
-सदर अस्पताल रोड में सरकारी अनुमति बगैर बन रही थी मुहर-एसडीओ पूर्वी और नगर थानेदार के नेतृत्व में की गयी जांच-सातों दुकानदारों के यहां पुलिस ने चिपकायी नोटिस-बिना अनुमति लिए मुहर बनाने पर की जायेगी कार्रवाई
मुजफ्फरपुर.
सदर अस्पताल रोड में सात दुकानों में बिना किसी अनुमति के सरकारी व निजी संस्थानों की मुहर बन रही थी. इसका रजिस्टर भी मेंटेन नहीं किया गया था. दोपहर एसडीओ पूर्वी के निर्देश पर नगर थानेदार इंस्पेक्टर शरत कुमार व मजिस्ट्रेट अजय कुमार की अगुवायी में जांच अभियान में यह गड़बड़ी पकड़ी गयी. सातों दुकानों में पूर्व में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, ब्लॉक के अधिकारी, पंचायत के अधिकारी, शिक्षा विभाग से जुड़े कार्यालयों की मुहर बनाने की जानकारी मिली है. गवर्नमेंट ऑफ बिहार लिखी दर्जनों पट्टी बनी हुई मिली.दुकानदारों का कहना था कि सरकारी विभाग के कर्मचारी आते हैं और साहब का नाम लेकर एक लेटर पैड देते हैं, पुराना दिखाकर उसके जैसी नयी मुहर बनवाकर ले जाते हैं. दुकानदारों को चेतावनी दी गयी है कि अपने दुकानों में सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करें. उनकी दुकानों पर नोटिस भी लगायी गयी है. एसडीओ की ओर से जारी निर्देश में बताया गया है कि जिले में अवैध रूप से मुहर बनाने व खरीद- बेचने की शिकायत मिल रही थी. यह दंडनीय अपराध है. इसलिए सभी दुकानदारों को निर्देश दिया जा रहा है कि अपने- अपने प्रतिष्ठान अंतर्गत मुहर बनाने व बेचने के क्रम में दिशा-निर्देश का सख्ती से पालन करें. अभी तक की जांच में कोई भी संदिग्ध मुहर नहीं मिली है.
दुकानदारों को ये निर्देश मानने होंगे
– मुहर बनाने के संबंध में संबंधित विभाग के पदाधिकारी का अनुशंसा पत्र हो- किसके नाम से मुहर बनी और कौन ले गया, इसे रजिस्टर में लिखें– मुहर प्राप्त करने वाले के दस्तखत भी रजिस्टर में होने चाहिये
– किसी भी परिस्थिति में मौखिक रूप से मुहर नहीं बनेगीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है