Durga Puja 2024: बिहार के इस जिले में दुर्गा पूजा को लेकर एक दिन में 1 करोड़ के बिक रहे नारियल
Durga Puja 2024: बिहार के मुजफ्फरपुर में दशहरा पर्व को लेकर बाजारों में रौनक बढ़ गई है. नवरात्र में कलश स्थापना में (छिलका सहित) और मां को प्रसाद के रूप में नारियल (बिना छिलके) चढ़ाने की पुरानी परंपरा रही है. पूजा की तैयारी को लेकर प्रतिदिन करीब एक करोड़ रुपये के नारियल की बिक्री हो रही है.
Durga Puja 2024: बिहार के मुजफ्फरपुर में दशहरा पर्व को लेकर बाजारों में रौनक बढ़ गई है. नवरात्र में कलश स्थापना में (छिलका सहित) और मां को प्रसाद के रूप में नारियल (बिना छिलके) चढ़ाने की पुरानी परंपरा रही है. पूजा की तैयारी को लेकर प्रतिदिन करीब एक करोड़ रुपये के नारियल की बिक्री हो रही है. ऐसा माना जाता है कि नवरात्र में मां को प्रतिदिन नारियल चढ़ाने से श्रद्धालुओं के मन की मुराद पूरी होती है. बाधा संकट दूर होते है, रोगों का निवारण हो जाता है.
नौ दिन में प्रतिदिन सवा से डेढ़ करोड़ के नारियल की बिक्री
वहीं पूरे नवरात्र के नौ दिन में प्रतिदिन सवा से डेढ़ करोड़ के नारियल की बिक्री होगी. कलश स्थापना में एक साबुत नारियल लोग लाल एकरंगा व चुनरी में लपेट के कलश पर रखते है. इसके बाद पूरे नवरात्र माता के मंदिर में सुबह व शाम प्रसाद के रूप में लड्डू, पेड़ा, मेवा के अतिरिक्त सबसे अधिक नारियल लोग चढ़ाते है. कई ऐसे श्रद्धालु है जो कि पूरे नौ दिन तक मां के मंदिर में किसी मन्नत को लेकर सुबह शाम नारियल चढ़ाते है.
प्रतिदिन 8 से 10 ट्रकों पर साढ़े तीन से चार लाख पीस नारियल
इस पर्व में नारियल के डिमांड को देखते हुए अहियापुर बाजार समिति के बाहर, मोतिहारी रोड में बड़ा बाजार बन गया है. इसके अलावा मोतीपुर, सरैया, सकरा सहित अन्य एनएच किनारे के ग्रामीण हाट में भी बड़ी संख्या में नारियल का कारोबार हो रहा है. प्रतिदिन आठ से दस ट्रक नारियल की खपत हो रही. नारियल विक्रेता अमित कुमार ने बताया कि बेंगलुरु, असम, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक से प्रतिदिन 8 से 10 ट्रकों पर साढ़े तीन से चार लाख पीस नारियल आ रहे.
व्यापारी पिकअप व अन्य साधनों से नारियल ले जा रहे
वहीं यहां से नेपाल बार्डर तक के व्यापारी पिकअप व अन्य साधनों से नारियल ले जा रहे है. इस पर्व में कलश स्थापना से दो दिन पूर्व से इसका कारोबार शुरू होता है और विजयदशमी तक यह चलता है. नवरात्र शुरू होने के बाद प्रतिदिन खूब नारियल की बिक्री होती है. साबुत नारियल 40 से 50 और छिला हुआ नारियल 25 से 30 रुपये पीस पर बाजार में उपलब्ध है.
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80 लाख रुपये का बिका एकरंगा व चुनरी
कलश स्थापना में नारियल लपेटने के लिए एकरंगा व चुनरी की खूब डिमांड है. इसकी कीमत 25 से 40 रुपये के बीच रहती है. ऐसे में करीब 75 से 80 लाख रुपये का एकरंगा व चुनरी का कारोबार हुआ. वहीं मां आसन देने, चढ़ाने को लेकर प्रतिदिन करीब 20 से 25 लाख के चुनरी की बिक्री हो रही है.