ठंड बढ़ने के साथ ही डॉग बाइट मामलों में बढ़ोतरी
ठंड बढ़ने के साथ ही डॉग बाइट मामलों में बढ़ोतरी
रोज 38 से 45 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लेने पहुंच रहे अस्पताल अधिकतर मामले पालतू कुत्तों के काटने के, सहमे लोग सदर अस्पताल प्रशासन ने पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायी एंटी रैबीज वैक्सीन वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले में ठंड बढ़ने के साथ ही कुत्तों के काटने के मामलों में इजाफा होने लगा है. पिछले दो सप्ताह से सदर अस्पताल में रोजाना 38 से 45 लोग एंटी-रेबीज वैक्सीन लेने के लिए पहुंच रहे हैं. इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी मरीज पहुंच रहे हैं. इस मामले पर सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने बताया कि हाल के दिनों में डॉग बाइट के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. अधिकतर मामले पालतू कुत्तों के काटने के हैं. डॉक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि हालांकि पालतू कुत्तों को रैबीज के खिलाफ वैक्सीन लगायी जाती है, लेकिन इसके बाद भी लोग एंटी-रैबीज वैक्सीन लगवाने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं. इससे साफ है कि पालतू कुत्ते भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं और उनके काटने पर भी चिकित्सा लेना अनिवार्य हो जाता है. घटनाएं बढ़ने के बाद सदर अस्पताल प्रशासन ने पर्याप्त मात्रा में एंटी-रैबीज वैक्सीन उपलब्ध करा दिया है. अस्पताल में आने वाले हर मरीज का तुरंत इलाज किया जा रहा है. डॉक्टरों की टीम 24 घंटे सतर्क है, ताकि किसी भी मरीज को परेशानी न हो. इसके साथ ही अस्पताल ने अतिरिक्त वैक्सीन का ऑर्डर दिया है. शहर में कुत्तों के काटने की घटनाएं लगातार बढ़ने के कारण लोग डरे हुए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि आवारा व पालतू दोनों प्रकार के कुत्तों से सावधानी बरतना जरूरी है. बच्चों व बुजुर्गों को खासतौर पर सतर्क रहने की सलाह दी गयी है. यदि किसी को कुत्ता काटता है, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल जाकर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
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