बीआरएबीयू के छात्रावास शुल्क में बढ़ोतरी, प्रत्येक वर्ष कराना होगा आवंटन
बीआरएबीयू के छात्रावास शुल्क में बढ़ोतरी, प्रत्येक वर्ष कराना होगा आवंटन
23 वर्षों के बाद विश्वविद्यालय ने फीस में की बढ़ोतरीट्रेडिशनल, वोकेशनल व स्कॉलर के लिए अलग शुल्क तय
परीक्षा समाप्ति होने के तीन दिन बाद खाली करना होगा छात्रावासऐसा नहीं करने पर प्रतिदिन जुर्माना के रूप में देना होगा 100 रुपयेमुजफ्फरपुर.
बीआरएबीयू ने पीजी छात्रावासों के शुल्क में बढ़ोतरी की है.विवि ने 23 वर्ष बाद छात्रावास शुल्क को रिवाइज किया है. छात्र-छात्राओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और साफ-सफाई से लेकर अन्य कमियों को दूर किया जाए, इसके बाबत विवि प्रशासन ने यह निर्णय लिया है. शनिवार को कुलपति प्रो डीसी राय की अध्यक्षता में हुई छात्रावास कल्याण समिति की बैठक में इसपर स्वीकृति मिल गयी है. रिवाइज्ड शुल्क के तहत अब स्नातक व पीजी के छात्रों को प्रति वर्ष 3600 रुपये शुल्क देना होगा. पहले यह शुल्क 1550 रुपये था. वहीं वोकेशनल के विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष 2550 की जगह 4800 रुपये और पीएचडी के शोधार्थियों को प्रति वर्ष पांच हजार रुपये छात्रावास का शुल्क देना होगा.अब छात्रावास एक वर्ष के लिए ही आवंटित होगा.वर्ष पूरा होने पर फिर से आवेदन करना होगा. इसके बाद छात्रों को फिर से छात्रावास आवंटित किया जाएगा. सत्र पूरा होने के बाद भी वर्षों से छात्रावास में अवैध तरीके से रह रहे छात्र-छात्राओं के मुद्दे को विश्वविद्यालय ने गंभीरता से लिया है. कहा है कि परीक्षा समाप्त होने के बाद तीन दिनों में उन्हें छात्रावास खाली करना होगा. ऐसा नहीं होने पर प्रतिदिन 100 रुपये जुर्माना लगेगा. वह भी अधिकतम 10 दिनों तक. परीक्षा समाप्त होने के बाद भी कई छात्र-छात्राओं ने कमरों में ताले लगा रखे हैं. इस कारण नये सत्र के छात्रों को छात्रावास में कमरा आवंटित नहीं किया जा रहा है. इसको देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र हित में यह निर्णय लिया है. डीएसडब्ल्यू डाॅ आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि बैठक में नामांकन शुल्क में बढ़ोतरी समेत अन्य मुद्दों को भी रखा गया. बैठक में मानविकी संकायाध्यक्ष डाॅ सतीश राय, सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष डाॅ संगीता रानी, विज्ञान संकायाध्यक्ष डाॅ शिवानंद सिंह, विश्वविद्यालय मैथिली विभागाध्यक्ष डाॅ आइडी झा, वार्डन डाॅ पुष्पा, प्रॉक्टर डाॅ बीएस राय समेत अन्य सदस्य शामिल हुए.
महिला छात्रावासों में ओपेन जिम की स्वीकृति
छात्रावासों में रहने वाली छात्राओं के बेहतर स्वास्थ्य को लेकर ओपेन जिम लगायी जाएगी. छात्रावास कल्याण समिति की बैठक में इसपर स्वीकृति मिल गयी है. यहां छात्राएं फिटनेस को बेहतर कर सकेंगी. छात्रावास संख्या एक, तीन और चार में वर्षों से बंद पड़े कमरों का ताला तोड़ने का निर्णय लिया गया है. इसकी वीडियोग्राफी करायी जाएगी और इसके बाद इन कमरों का नये सिरे से आवंटन किया जाएगा. गर्मी व ठंड के दिनों में शाम के बाद छात्रावासों में आने-जाने का समय निर्धारित किया गया है. शाम 6.15 बजे के बाद कोई भी छात्रा छात्रावास से बाहर नहीं निकलेगी. परीक्षा या विशेष परिस्थिति में सुप्रिटेंडेंट की पूर्व अनुमति से ही उन्हें बाहर जाने की अनुमति मिल सकेगी.परिसर का सौंदर्यीकरण, बैडमिंटन कोर्ट होगा स्थापित
महिला छात्रावास परिसर का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. मिट्टी भरायी के साथ ही रनिंग ट्रैक का निर्माण होगा. यहां बैडमिंटन कोर्ट भी स्थापित किया जाएगा. परिसर में बिजली, पेयजल, लाइटिंग समेत अन्य सुविधाएं मुहैया करायी जाएंगी. साफ-सफाई को लेकर भी अनुमति दे दी गयी है. छात्रावास संख्या दो में निर्माण कार्य पूरा नहीं होने व भुगतान के पेच पर भी चर्चा की गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है