भारत-पाक युद्ध के हीरो अब बेटों की प्रताड़ना से हारे, पेंशन बुक व कागजात छीन खाना-पानी बंद करने की एसएसपी से की शिकायत
1971 के भारत-पाक युद्ध के हीरो रहे जिले के गायघाट के बाघाखाल गांव निवासी पूर्व सैनिक कृष्णदेव सिंह का अब दो बेटों की प्रताड़ना से जीना मुहाल हो गया है. उनका आरोप है कि उनके दोनों बेटों ने पेंशन बुक व जमीन का कागजात छीन लिये हैं. अक्सर बेटे मारपीट करते हैं और खाना पानी बंद कर देते हैं.
1971 के भारत-पाक युद्ध के हीरो रहे जिले के गायघाट के बाघाखाल गांव निवासी पूर्व सैनिक कृष्णदेव सिंह का अब दो बेटों की प्रताड़ना से जीना मुहाल हो गया है. उनका आरोप है कि उनके दोनों बेटों ने पेंशन बुक व जमीन का कागजात छीन लिये हैं. अक्सर बेटे मारपीट करते हैं और खाना पानी बंद कर देते हैं.
गुरुवार को वे इंसाफ की गुहार लगाने के लिए अपने वकील अनिल सिंह के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंचे. हालांकि, एसएसपी जयंतकांत के कार्यालय से बाहर होने के कारण उनसे मुलाकात नहीं हो पायी तो वे आवेदन जमा कर लौट गये. साथ ही आइजी गणेश कुमार को ह्वाट्सएप नंबर पर आवेदन भेज कर कार्रवाई की मांग की है.
पूर्व सैनिक कृष्णदेव सिंह ने बताया कि उनकी उम्र 82 वर्ष और पत्नी तारा देवी की उम्र 75 साल हो चुकी है. उन्होंने थल सेना में 18 वर्ष तक सेवा दी है. 1965-1966 अाैर 1971 के भारत-पाक युद्ध में अहम भूमिका अदा कर चुके हैं. उनको चार पुत्र व दो पुत्री हैं. दो पुत्र अक्सर मुझे अाैर मेरी पत्नी तारा देवी के साथ भी गाली-गलौज अाैर मारपीट करते रहते हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan