बिहार में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा! मुजफ्फरपुर स्टेशन पर हजारों यात्रियों का नहीं हो रहा कोरोना टेस्ट

Indian railway news: पिछले दिनों सीएस ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा है कि रेलवे पुलिस सहयोग नहीं कर रही हैं. ऐसे में दूसरे राज्यों से आने वाले यात्री बिना जांच कराये ही जा रहे हैं. अगर संपूर्ण यात्रियों का जांच नहीं किया गया तो जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ सकता हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 8, 2021 2:45 PM

दूसरे राज्यों से हर दिन 40 ट्रेनें मुजफ्फरपुर जंक्शन होकर गुजरती हैं. जिससे करीब दस हजार से अधिक यात्री हर रोज रेलवे स्टेशन पर उतरते हैं. इन दस हजार यात्रियों में से लगभग 1880 यात्रियों का ही कोरोना जांच मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम कर पायी. 9 हजार 120 यात्री बिना कोरोना जांच कराये ही रेलवे स्टेशन से निकल गये.

पर्यवेक्षक मनोज कुमार ने कहा कि रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे कोरोना जांच की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग ने की हैं. इसमें अन्य जिलों से ट्रेन के द्वारा जो परदेशी आयेंगे, उनका कोरोना जांच की जायेगी. इसके लिये स्वास्थ्य विभाग ने रेलवे स्टेशन पर चार काउंटर बनाये थे. यूटीएस काउंटर पर तीन केंद्र व पूछताछ केंद्र पर एक काउंटर लगाये गये हैं.

इसके अलावा दो काउंटर रेलवे के बटलर रेलवे क्वार्टर के पास बनाये गये हैं. लेकिन ट्रेन आने के बाद यात्री कोरोना जांच करने से कतराते हैं. ऐसे में जो यात्री खुद ही जांच कराने आते है, उनका ही जांच किया जा रहा हैं. सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार ने कहा कि यात्रियों की संपूर्ण जांच हो इसके लिये आरपीएफ व जीआरपी को पुलिस बल देकर लाइन लगाने को कहा गया था. लेकिन रेलवे पुलिस ने पुलिस बल नहीं होने की बात कही. जिस कारण यात्रियों का संपूर्ण जांच नहीं हो पा रहा है.

काउंटर देख अगल-बगल से खिसक जाते है यात्री- जंक्शन पर कोरोना जांच का काउंटर बना देख कई यात्री दूसरे रास्ते या अगल बगल होकर प्लेटफार्म से बाहर निकल जाते है. उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है. पहली लहर के समय जंक्शन पर बेरिकेडिंग लगा सख्ती से कोरोना जांच की जा रही थी.

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डीएम को लिखा पत्र, सहयोग नहीं कर रही पुलिस- रेलवे स्टेशन पर मुंबई से आये यात्री कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद सीएस ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा है कि रेलवे पुलिस सहयोग नहीं कर रही हैं. ऐसे में दूसरे राज्यों से आने वाले यात्री बिना जांच कराये ही जा रहे हैं. अगर संपूर्ण यात्रियों का जांच नहीं किया गया तो जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ सकता हैं.

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