Indian Railways: रेलवे की ओर से बेस किचेन की सुविधा शुरू कर दी गयी है. अब यात्रियों को ट्रेनों के पेंट्रीकार से बेस किचन में बने भोजन, घर के खाना का अनुभव देगी. वर्तमान में मुजफ्फरपुर, हाजीपुर व बरौनी में बेस किचेन की सुविधा दी गयी है. जिसके तहत हाजीपुर में 4, मुजफ्फरपुर में 3 व बरौनी में 3 बेस किचेन स्थापित किए गये हैं.
रेलवे की ओर से फिलहाल सहरसा से दिल्ली जाने वाली वैशाली एक्सप्रेस व दरभंगा से खुलने वाली बिहार सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस में हाजीपुर बेस किचन से तैयार भोजन यात्रियों को उपलब्ध कराया जा रहा है.
सीनियर डीसीएम ने तीनों स्टेशन पर बेस किचन का निरीक्षण किया
बीते दिनों सीनियर डीसीएम रौशन कुमार ने तीनों स्टेशन पर बेस किचन का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने तय मानक के अनुसार सभी चीजों को व्यवस्थित करने का निर्देश दिया. वहीं यह भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) के स्वच्छता नियमों का भी पालन करता है. वहीं रेलवे के अधिकारी, सुपरवाइजर व आइआरसीटीसी, पेंट्रीकार से यात्रियों को परोसे जाने वाले खाद्य सामाग्री की निगरानी करेंगे.
क्या है रेलवे का बेस किचेन
यह एक सेंट्रलाइज्ड सीसीटीवी कैमरा युक्त किचेन यूनिट है. इसके तहत आईआरसीटीसी की ओर से खाना पकाने और पैकिंग की सुविधा होती है, जहां से भोजन तैयार किया जाता है, और ट्रेनों में आपूर्ति की जाती है. पेंट्रीकार में उसे गर्म रखने और सर्विस देने की सुविधा रहेगी. इसके अलावा, बेस किचन से आपूर्ति किए जाने वाले भोजन पैकेटों पर क्यूआर कोड की सुविधा भी धीरे-धीरे लागू की जा रही है. बेस किचन से यात्रियों को सीधे तौर पर भोजन की बिक्री नहीं की जायेगी.
10 ट्रेनों का एक समूह बना कर किचेन की व्यवस्था
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार नयी व्यवस्था के तहत अब एक रूट की 5 से 10 ट्रेनों का एक समूह बनाया गया है. इन ट्रेनों में खाना उपलब्ध कराने के लिए बेस किचन बनाए गए हैं. इससे यात्रियों को जरूरत के वक्त ताजा भोजन मिलेगा. यदि कटिहार से कोई ट्रेन दिल्ली रूट पर जा रही है, तो उसके यात्रियों को रात में आठ से नौ बजे के बीच खाना की जरूरत होगी. उस वक्त अगर ट्रेन बरौनी में होगी, तो उसे वहां से भोजन उपलब्ध करा दिया जायेगा.
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रेलवे का दावा, इन मानकों को करना है, फॉलो
- परिसर को साफ रखना और नियमित रूप से कीट नियंत्रण करना
- खाना पकाने के लिए पीने योग्य पानी का उपयोग, गर्म भोजन को 60 डिग्री सेल्सियस से ऊपर व ठंडे भोजन को 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना.
- शाकाहारी और मांसाहारी भोजन को अलग-अलग कुक करना और स्टोर करना, साथ ही शाकाहारी और मांसाहारी खाद्य पदार्थों के लिए अलग-अलग चाकू, चॉपिंग बोर्ड का उपयोग करना
- रोटी बनाने के लिए रोटी मेकर मशीन का उपयोग करना
- साफ और अलग डस्टर का उपयोग करना तथा
- खाद्य अपशिष्ट के लिए अलग और ढके हुए डस्टबिन रखना इत्यादि शामिल है