-सुबह से ही काउंसेलिंग के लिए जुटने लगी शिक्षकाें की भीड़
-देर शाम तक काउंटर पर डटे रहे अभ्यर्थी-सर्वर स्लो होने के कारण हो रही परेशानी
-कई अभ्यर्थियों को ओटीपी सत्यापन में हुई परेशानीमुजफ्फरपुर.
बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा पर शुक्रवार से सिकंदरपुर स्थित डीआरसीसी में तिरहुत प्रमंडल के जिलों के लिए प्रधानाध्यापकाें की काउंसेलिंग शुरू हो गयी. डीआरसीसी परिसर में सुबह से ही शिक्षकों की भीड़ जुटी थी. काउंसेलिंग शुरू होने के कुछ देर बाद ही इंटरनेट फेल होने के कारण परेशानी हो गयी. अभ्यर्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया. इंटरनेट फेल होने के बाद पटना से मार्गदर्शन मांगा गया. स्थानीय फाॅल्ट की बात सामने आने पर इसे ठीक किया गया. करीब एक घंटे तक काउंसेलिंग ठप होने के बाद इंटरनेट रिस्टोर हुआ. पहले दिन कुल 12 काउंटर पर पांच शिफ्ट में काउंसेलिंग काकार्य देर शाम तक चलता रहा. पांच स्लॉट में काउंसेलिंग संध्या 4.30 बजे तक होनी थी, लेकिन स्लो इंटरनेट के कारण देर शाम तक विभिन्न काउंटर पर अभ्यर्थी जमे थे. कई अभ्यर्थियों ने बताया कि ओटीपी नहीं आने के कारण घंटों इंतजार करना पड़ा. पीछे कतार में खड़े अभ्यर्थी के आगे बढ़ने को लेकर भी कई बार विवाद हुआ. वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया.अपर मुख्य सचिव के आदेश पर मुजफ्फरपुर में हुई महिला की काउंसेलिंग
मुजफ्फरपुर.वैशाली जिले के महुआ में पदस्थापित महिला शिक्षक दीप शिखा की काउंसेलिंग के लिए पटना प्रमंडल आवंटित किया गया था, लेकिन जब वह वहां काउंसेलिंग के लिए पटना पहुंची तो कहा गया कि उनकी काउंसेलिंग डीआरसीसी मुजफ्फरपुर में होगी. जब वह यहां पहुंची तो यहां से भी लौटाया जाने लगा. इसपर महिला ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ सिद्धार्थ को फोन कर मामले की जानकारी दी. अपर मुख्य सचिव ने शिक्षक को भरोसा दिलाया कि उनकी काउंसेलिंग वहीं होगी. उन्होंने तुरंत स्लॉट आवंटित करने की बात कही.
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