जंक्शन स्थित प्रवेश द्वार पर गुरुवार की दोपहर कोरोना पॉजिटिव यात्री मिलने से हड़कंप मच गया. इस दौरान रेलकर्मी, जीआरपी व आरपीएफ संक्रमित यात्री से दूरी बनाने लगे. इससे अफरातफरी का माहौल हो गया. जंक्शन परिसर व आसपास के इलाके में यह बात फैल गयी. कुछ लोग उत्सुकता से, तो कुछ लोग भय से उसका पता पूछने लगे. वैसे लोग जो अपने सगे-संबंधियों को जंक्शन पहुंचाने आये थे, वे जंक्शन से निकल गये. देर शाम तक जंक्शन पर मामले को लेकर चर्चा का बाजार गर्म रहा.
बताया जाता है कि छपरा के रहने वाला अधेड़ चारपहिया वाहन से अपने परिवार के साथ जंक्शन पहुंचा था. उसे मिथिला एक्सप्रेस से हावड़ा जाना था. रेलवे के नियमानुसार उसका व परिवार के अन्य लोगों की कोरोना जांच की गयी. जैसे ही उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी, अफरातफरी मच गयी. जांच टीम में शामिल कर्मियों ने पॉजिटिव यात्री को चिह्नित करते हुए लोगों को उससे दूरी बनाने की सलाह दी. जगह को खाली कराया गया. इसके बाद पॉजिटिव यात्री के परिवार के लोगों ने उससे दूरी बना ली.
सूचना मिलने पर रेलवे डॉक्टर, टीटीई आरपीएफ व जीआरपी मौके पर पहुंच गयी. इसके बाद पॉजिटिव यात्री को यूटीएस हॉल के दूसरी ओर रखा गया. इसके बाद पॉजिटिव महिला से उनका पता पूछा गया. इसके बाद यात्री को कोरेंटिन में भेज दिया गया.
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गौरतलब है कि कोरोना पॉजिटिव यात्री अपने परिवार के साथ हावड़ा जा रहा था. पूरे परिवार का टिकट कंफर्म था. महीनों बाद काफी मशक्कत के बाद उसका टिकट कंफर्म हुआ था. जाने की खुशी थी, लेकिन रिपोर्ट में पॉजिटिव आने के बाद वह मायूस हो गया. उसकी पत्नी ने काफी प्रयास किया, तो मरीज उनके साथ चला जाये. लेकिन, नियम के अनुसार उसे नहीं जाने दिया गया. मरीज ने कहा कि काफी दुख है. उसने कहा कि उसे बस हल्की सर्दी है. इसके बाद मरीज की पत्नी ने टिकट कैंसिल करने के लिए विभाग को पत्र लिखा.
Posted By: Thakur Shaktilochan