-आइटी असिस्टेंट की हत्या करने से पहले अपराधियों ने लूटी थी बाइक-अपराधियों से एक पिस्टल, दो बाइक, दो कारतूस पुलिस ने किया बरामद -हत्याकांड में शामिल दो अपराधी चल रहा फरार, गिरफ्तारी को रेड जारी मुजफ्फरपुर. कांटी थाना क्षेत्र के छपरा काली मंदिर स्थित एनएच – 28 पर हुए आइटी असिस्टेंट दीपक सिंह उर्फ चंदन सिंह की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर लिया है. बैग लूटने का विरोध करने पर अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने हत्याकांड में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. कांटी टरमा के टुनटुन कुमार, कांटी कलवारी धमौली के सुनील कुमार, मीनापुर के पानापुर थाना के खरिका के चंदन कुमार, बंगरा के राहुल कुमार के रूप में किया गया है. पुलिस ने अपराधियों के पास से एक देसी पिस्टल, लूट में इस्तेमाल बाइक, राहगीर से लूटी गयी बाइक व दो कारतूस बरामद किया गया है. अपराधियों ने आइटी असिस्टेंट की हत्या से 30 मिनट पहले कलवारी स्थित रामनाथ धमौली बांध पर कलवारी गांव निवासी अमोद कुमार की बाइक लूटी थी. इसके बाद आइटी असिस्टेंट की हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. एसएसपी राकेश कुमार ने बताया है कि कांटी में दो अगस्त की रात अपराधियों ने दो वारदात को अंजाम दिया था. पहली घटना में कलवारी निवासी अमोद कुमार की बाइक लूट ली गयी थी. इसके 30 मिनट बाद छपरा काली मंदिर पर लूटपाट के दौरान बाइक सवार आइटी असिस्टेंट की गोली मारी गयी थी. पुलिस टीम उसको इलाज के लिए फोरलेन स्थित एक निजी अस्पताल में ले गए जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी. मृतक की पहचान कथैया थाना क्षेत्र के पारसपुर निवासी आइटी असिस्टेंट दीपक कुमार के रूप में की गयी है. वह पूर्वी चंपारण में पोस्टेड थे. दोनों घटना का खुलासा के लिए डीएसपी पश्चिमी वन अभिषेक आनंद के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था. विशेष टीम नै मैनुअल व टेक्निकल इनपुट के आधार पर दोनों घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने अपराधियों के पास से लूटी गयी बाइक, घटना में इस्तेमाल बाइक, एक पिस्टल व दो कारतूस बरामद किया है. एसएसपी के अनुसार घटना में कांटी थाना क्षेत्र के रहने वाले दो और अपराधी शामिल थे, जिनका नाम चंदन व राजन कुमार है. उनके पास ही आइटी असिस्टेंट की लूटी गयी मोबाइल है. पुलिस टीम उनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है. बरामद पिस्टल से चली है गोली, एफएसएल से करायी जाएगी जांच एसएसपी ने बताया कि अपराधियों के स्वीकारोक्ति बयान में जब्त पिस्टल से गोली चलने की बात कही गयी है. इसका एफएसएल जांच कराया जाएगा. इसको लेकर आइओ को निर्देश दिया गया है. अपराधियों ने आइटी असिस्टेंट का बैग लूटने की कोशिश की थी. विरोध करने पर उसको गोली मारी गयी थी.
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