मुजफ्फरपुर.
जमाअत-ए-इस्लामी हिंद की महिला प्रकोष्ठ ने रविवार को माड़ीपुर स्थित एक होटल में प्रेसवार्ता कर देश में बढ़ रही महिलाओं पर हिंसा, यौन उत्पीड़न और हत्या के बढ़ते मामलों पर चिंता जतायी. सचिव जेबा आफताब ने बताया कि समाज में महिलाओं के प्रति गहरी सामाजिक असमानताएं, स्त्री द्वेष पूर्वाग्रह और भेदभाव की स्थिति और भी जटिल बन गयी है. नैतिक मूल्यों का भी पतन हो रहा है. महिलाओं के विरुद्ध अत्याचार व्यापक रूप से फैल रहा है. यह हमारे देश की शांति और प्रगति को प्रभावित कर रहा है. इस खतरे का मूल कारण नैतिक मूल्यों का पतन है. महिलाओं को वस्तु के रूप में देखना और नशीली दवाओं का बढ़ता उपयोग, आत्महत्या, पारिवारिक इकाई का टूटना और अनैतिकता के बढ़ने से समस्या गहराती जा रही है. हमारी संस्था इसके विरोध में सितंबर के पूरे महीने विशेष अभियान चला कर जागरूकता कार्यक्रम चलाएगी. इसमें जीआइएच कैडर का निर्माण किया जाएगा. इसमें संस्था के सदस्य नैतिक मूल्यों का पालन करने और उनके कर्तव्यों के प्रति समाज को जागरूक करने का काम करेंगे. हमारा यह अभियान विवाह के बाहर सुख और शांति की खोज के खतरों और मानवीय संबंधों में मार्गदर्शन नियम के रूप में नैतिकता के महत्व के बारे में लोगों को बताएगा और युवा पीढ़ी को सही रास्ते पर चलने के लिए मार्गदर्शित करेगा. मौके पर हुमैरा जावेद, आलम आरा, हमीदा हुसैन, साजिद हुसैन, तारिक जमाल व मोहम्मद हैदर मुख्य रूप से मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है