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विदेश भेजने के नाम पर ठगी के नेटवर्क की तलाश में जमुई साइबर पुलिस ने की छापेमारी

विदेशी भेजने के नाम पर ठगी के नेटवर्क की तलाश में जमुई साइबर पुलिस ने की छापेमारी

-सदर थाना क्षेत्र के पताही के एक शातिर के ठिकाने पर हुई रेड- वीजा के नाम पर बेरोजगार युवाओं से किया गया साइबर फ्रॉड

मुजफ्फरपुर.

जमुई में विदेश भेजने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपये की ठगी करने का तार मुजफ्फरपुर से जुड़ गया है. इंस्पेक्टर ओम प्रकाश दुबे के नेतृत्व में शुक्रवार को जमुई साइबर थाने की पुलिस गिरोह से जुड़े एक शातिर की तलाश में शहर पहुंची. सदर थाने की पुलिस के सहयोग से आरोपी के पताही स्थित आवास पर छापेमारी की. लेकिन, वह फरार मिला. उसके पिता ने बताया कि उनका बेटा मोतीपुर में है. उसे बुलाने को कहा तो बोला कि आ रहा है. काफी देर इंतजार के बाद जब वह नहीं आया तो जमुई साइबर थाने की पुलिस वापस लौट गयी.

जमुई साइबर पुलिस के अनुसार, एक युवक के पास बीते दो जनवरी को मैसेंजर पर उसके विदेश में रहने वाले चाचा की आइडी से मैसेज आया. वह चाचा समझकर ठगों से चैटिंग करने लगा. बातचीत के दौरान छह लाख रुपये भेजने के लिए बैंक खाता नंबर मांगा गया. मैसेंजर पर ही एक बैंक की रसीद भेजी गई, जिसमें 4.50 लाख लिखा था और बोला गया कि 24 घंटे में क्रेडिट हो जाएगा. कुछ देर बाद फिर मैसेंजर पर मैजेस किया गया कि मेरा वीजा और पासपोर्ट ब्लॉक हो गया है, जिसकी वजह से पैसे नहीं जा रहे. साथ ही एक मोबाइल नंबर दिया गया, जिस पर संपर्क कर पासपोर्ट बनवाने वाले एजेंट से बात कर उसे अनब्लॉक कराने के लिए बोला. उस नंबर पर संपर्क करने पर 70 हजार रुपये की मांग की गई. बोला कि तुम्हारे चाचा पर बकाया है. एजेंट ने उनके वाट्सएप पर स्कैनर भेजा. पीड़ित ने 70 हजार रुपये भेज दिया. घटना काे लेकर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवायी थी. जब इसकी जांच शुरू की गयी तो मुजफ्फरपुर के एक व्यक्ति का नाम जुड़ा . सदर थाने की पुलिस के सहयोग से पताही स्थित उसके ठिकाने पर रेड मारी है. हालांकि, आरोपी फरार मिला है. उसके नाम- पते का सत्यापन हो गया है. जल्द ही कोर्ट से वारंट लेकर इश्तेहार व कुर्की की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है कि विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने का यह बड़ा नेटवर्क है. इसके जाल में दर्जनों बेरोजगार युवक राज्य के अलग- अलग जिलों में फंसे हुए है. उनको अलग- अलग देश का वीजा देने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की गयी है. पीड़ित को जब एहसास होता है कि उसके साथ ठगी की गयी है, तब वह साइबर थाने पहुंच कर अपनी शिकायत दे रहा है. मुजफ्फरपुर जिला के साइबर थाने में भी पिछले साल नवंबर माह में विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.

ब्रह्मपुरा के मेहंदी हसन चौक पर पकड़ा गया था रैकेट

ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के मेहंदी हसन चौक पर 2024 के फरवरी माह में विदेश भेजने के नाम पर उत्तर बिहार के 40 से अधिक बेरोजगार युवकों से लाखों रुपये की ठगी का नेटवर्क पकड़ा गया था. कार्यालय से कंप्यूटर समेत अन्य सामान जब्त किया गया . इसका नेटवर्क दिल्ली तक जुड़ा हुआ था. इस मामले में पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने के बाद आगे कुछ भी कार्रवाई नहीं कर पायी.

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