:: महाराजा थाली के बदले मिली मिनी थाली को लेकर चलती ट्रेन में विवाद
ललितांशु, मुजफ्फरपुर
चलती ट्रेन में यात्री महाराजा थाली का ऑर्डर करते हैं, लेकिन जब यात्री स्टाफ की ओर से मिली थाली को खोलते हैं, तो मिनी थाली के अनुसार व्यंजन मिलता है. इसके बाद मटर पुलाव की जगह जीरा राइस को देख कर यात्री पूरी तरह से भड़क जाते हैं. मामला गाड़ी संख्या-19483 अहमदाबाद- बरौनी एक्सप्रेस का है जिसमें अंशुल अमन नाम के यात्री अहमदाबाद से मुजफ्फरपुर तक ए-1 कोच में सफर कर रहे थे. आइआरसीटीसी के वेंडर की ओर से खाने की थाली में हेरफेर होने पर यात्री ने रेल मंत्रालय से लेकर आइआरसीटीसी व रेलवे के अधिकारियों को एक्स सोशल हैंडल पर शिकायत की जिसमें मेनू चार्ट को टैग कर साक्ष्य को रखा गया. सोमवार की रात 10.12 बजे शिकायत हुई. इसके बाद आरपीएफ एनसीआर से लेकर रेलवे के अधिकारियों की हलचल तेज हुई. बहस और बवाल के दौर के साथ देर रात दो बजे तक आरपीएफ झांसी डिविजन की ओर से मामले की जांच की गयी. बाद में महाराजा थाली को लेकर लिये गये अतिरिक्त राशि यात्री को लौटाया गया. करीब चार घंटे चले मैराथन प्रक्रिया के बाद मामला शांत हुआ.ललितपुर में मिला खाना, खजुराहो में हुई जांच
शिकायत मिलने के बाद आरपीएफ एनसीआर की ओर से जांच का निर्देश दिया गया. इसके बाद आरपीएफ झांसी डिविजन की ओर से बताया गया कि अहमदाबाद-बरौनी गाड़ी को खजुराहो स्टेशन पर आरपीएफ स्टॉफ द्वारा अटैंड किया गया. शिकायतकर्ता यात्री ने बताया कि मेरे द्वारा खाना ऑर्डर किया गया था. जिस खाने की डिलेवरी संबंधित भोजनालय ने ललितपुर स्टेशन पर आइआरसीटीसी के अधिकृत वेंडर ने की. वहीं गलती से थाली चेंज हो गयी थी. बाद में यात्री का अतिरिक्त पैसा वापस कर दिया गया.महाराजा और मिनी थाली में 50 रुपए का था अंतर
संबंधित भोजनालय के मेनू चार्ट के अनुसार महाराजा और मिनी थाली में 50 रुपए का अंतर है. महाराजा थाली – 149 रुपए व मिनी थाली -99 रुपए की है जिसमें हेरफेर पर विवाद बढ़ा. वहीं खाने में मिनी थाली में एक मिक्स वेज अधिक था. मिनी थाली में जहां दाल फ्राइ था, तो महाराजा थाली में दाल तड़का था. बाद में यात्री ने त्वरित कार्रवाई को लेकर रेलवे को धन्यवाद दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है