ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने मुजफ्फरपुर की लीची का लिया अपडेट, दरभंगा से 15 टन प्रतिदिन का दिया टारगेट

कृषि उड़ान योजना के कारण अब बिहार की प्रसिद्ध लीची देश के कोने-कोने और यहां तक कि विदेशों तक भी आसानी से और बहुत कम समय में भेजी जा रही है. रविवार को दरभंगा एयरपोर्ट से यह विशेष सेवा शुरू हुई और लीची की पहली खेप मुंबई और दिल्ली पहुंची.

By Anand Shekhar | May 21, 2024 5:55 AM

ललितांशु, मुजफ्फरपुर

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फ्लाइट से लीची की ढुलाई को लेकर खुद अपडेट लिया है. इसके साथ ही अपने आधिकारिक सोशल मीडिया एक्स से पोस्ट किया है. उन्होंने बताया है कि कृषि उड़ान योजना के कारण अब बिहार की मशहूर लीची, आसानी से और बहुत कम समय में देश के कोने-कोने और विदेशों तक भी भेजी जा रही है. 20 मई को दरभंगा एयरपोर्ट से इस विशेष सेवा की शुरुआत हुई और लीची की पहली खेप मुंबई और दिल्ली पहुंची. यह भी स्पष्ट किया है कि इस सीजन में प्रतिदिन 15 टन लीची देश से लेकर विदेश तक भेजने का लक्ष्य रखा गया है. नागरिक उड्डयन मंत्री ने अपने पेज से दरभंगा एयरपोर्ट के साथ लीची की तस्वीर को भी शेयर किया है.

बिहार लीची उत्पादक संघ ने की तैयारी

दरभंगा हवाई अड्डे से लीची के लिए कार्गो सेवा का उद्घाटन हो चुका है. बिहार लीची उत्पादक संघ की ओर से इसको लेकर तैयारी पूरी कर ली है. बिहार लीची उत्पादक संघ के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह व एसोसिएशन के सलाहकार कृष्ण गोपाल सिंह ने बताया कि बीते दिनों उद्धाटन के दौरान 1 क्विंटल से अधिक लीची भेजी गयी. हालांकि आने वाले दिनों में दस टन के करीब लीची भेजे जाने का टारगेट रखा गया है. इस सेवा से पूरे भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाजारों में शाही लीची के समय पर और सही ढंग से वितरण हो सकेगा. इसमें दिल्ली, मुंबई व बेंगलुरु के लिए नियमित उड़ानें होंगी.

रायपुर रूट पर भी लीची की मांग

नागरिक उड्डयन मंत्री के ट्वीट के बाद लीची को लेकर अलग-अलग तरह के लोगों ने प्रतिक्रियाएं भी दीं. कुछ लोगों ने मंत्री से लीची की मांग की है. जिसमें रमेश अग्रवाल ने लिखा है कि रायपुर के मार्केट में लीची उपलब्ध नहीं है, ऐसे में यहां के मार्केट में लीची फ्लाइट के जरिये उपलब्ध कराने की मांग की है.

आज पवन एक्सप्रेस से जायेगी लीची की पहली खेप

जंक्शन पर पवन एक्सप्रेस से वीपी के जरिये लीची की पहली खेप आज मुंबई के लिये रवाना होगी. इस एक वीपी की क्षमता करीब 24 टन है. इसको लेकर व्यापारी से लेकर रेलवे प्रबंधन की ओर से लगभग तैयारी पूरी कर ली गयी है. लीची ढुलाई को लेकर रास्ता लगभग तैयार कर लिया गया है. इस बार सदर अस्पताल की ओर से आरएमएस के निकट प्लेटफाॅर्म तक लीची पहुंचेगा.

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