अरघा से नहीं, गर्भ गृह में जाकर कांवरिये करें जलाभिषेक
अरघा से नहीं, गर्भ गृह में जाकर कांवरिये करें जलाभिषेक
मुजफ्फरपुर. इस बार सावन में कई धार्मिक व सामाजिक संगठन, कांवरियों को बाबा गरीबनाथ मंदिर के गर्भ गृह में जाकर जलाभिषेक करने देने की व्यवस्था की मांग कर रहे हैं. इन संस्थाओं का कहना है कि कांवरिये 80 किलोमीटर दूर से पैदल चल कर बाबा गरीबनाथ मंदिर में आते हैं, लेकिन उन्हें गर्भ गृह में जाकर जलाभिषेक की अनुमति नहीं मिलती है. वे बाहर लगे अरघे में जल अर्पित कर लौट जाते हैं. इससे कांवरियों में असंतोष होता है. अगर वे गर्भ गृह में जाकर जलाभिषेक कर पायें, तो उनका पहलेजा से जल लाना सार्थक होगा. वे बाबा को जल अर्पित होते हुए देख सकते हैं. इस मांग के ध्यानार्थ संगठन न्यास समिति को ज्ञापन सौंपेंगे. सेवादार अविनाश साईं ने कहा कि पिछले साल उन्होंने इसके लिए आंदोलन भी किया था, लेकिन जिला प्रशासन ने इसकी व्यवस्था नहीं की. इस बार हमलोगों की मांग है कि जिला प्रशासन ऐसा करे. वह गर्भ गृह में जाकर भक्तों को जलाभिषेक करने की सुविधा दे. इससे कांवरियों को संतोष मिलेगा. मंदिर में जो व्यवस्था है, उसमें अरघा काफी दूर लगा रहता है और भीड़ इतनी अधिक रहती है कि लोगों का जल अरघा से बाहर ही गिर जाता है. यह अच्छी बात नहीं है. महाकाल सेवा दल के अध्यक्ष आकाश कुमार ने कहा कि यह आस्था के साथ मजाक है. वर्ष 2017 से पहले भी कांवरियों की काफी भीड़ हुआ करती थी, लेकिन कांवरिये गर्भ गृह में जाकर जलाभिषेक करते थे.अब ऐसी ही व्यवस्था फिर से चालू हो. बालाजी परिवार के अशोक अंदाज कहते हैं कि अरघा से जलाभिषेक कराया जाना अच्छी व्यवस्था नहीं है. हमलोगों ने न्यास समिति से पिछले साल भी अनुरोध किया था कि कांवरियों को गर्भ गृह में जाकर जलाभिषेक करने दिया जाये. इस बार भी हमलोग अपनी मांग रखेंगे.
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