-खुशी के चाचा की जब्त मोबाइल की सीबीआइ टेक्निकल एक्सपर्ट से करायेगी जांच-सीबीआइ के ज्वाइंट डायरेक्टर खुशी अपहरण केस की जांच की कर रहे मॉनीटरिंग मुजफ्फरपुर. शहर की चर्चित खुशी अपहरण कांड केस की मॉनीटरिंग सीबीआइ के ज्वाइंट डायरेक्टर राजीव रंजन कर रहे हैं. इसके बाद जांच में तेजी आ गयी है. खुशी के पिता राजन साह को जब शनिवार को पूछताछ के लिए सीबीआइ पटना बुलाया था. उस दौरान राजन साह ने छह संदिग्धों के नाम सीबीआइ के ज्वाइंट डायरेक्टर को बताया है. ये वे लोग हैं, जिनसे उसका विवाद चल रहा है. राजन साह के अनुसार ये संदिग्ध लक्ष्मी चौक सब्जी मंडी, मछली मंडी व उसके घर के सामने एक मकान में 2023 तक चलने वाले जुआ के अड्डे पर बैठे रहते थे. राजन साह ने बताया कि पहले भी उसने सीबीआइ के पदाधिकारी जो केस की जांच कर रहे थे उनको संदिग्धों के नाम बताये थे. लेकिन, उनके द्वारा पूछताछ नहीं किया गया. जब सीबीआइ के ज्वाइंट डायरेक्टर को उसने संदिग्धों के नाम के बारे में जानकारी दी है तो वे इसको गंभीरता से लिए है. उनका कहना है कि जल्द ही इन संदिग्धों से पूछताछ की जाएगी. संभावना जतायी जा रही है कि सीबीआइ की ओर से संदिग्धों को नोटिस देकर पटना बुलाकर पूछताछ की जा सकती है. खुशी अपहरण केस में सीबीआइ के कमान संभालने के बाद से अबतक के अनुसंधान में जो भी पहलु सामने आये हैं, उसमें ठोस सुराग जुटाने के लिए सीबीआइ के छह से सात पदाधिकारियों की विशेष टीम बनाकर उनको अनुसंधान में लगाया गया है. इधर, खुशी अपहरण कांड में जेल भेजे गए अमन के जब्त मोबाइल की सीबीआइ की टेक्निकल एक्सपर्ट की टीम जांच करेगी. इसको लेकर कवायद भी शुरू कर दी गयी है. आशंका जतायी जा रही है कि अमन का मोबाइल कई बार फॉर्मेट हुआ होगा. इसमें उसका डाटा डिलीट हुई होगी. इसको टेक्निकल एक्सपर्ट की टीम रिकवर करेगी. संभावना यह भी जतायी जा रही है कि सीबीआइ की एक टीम खुशी अपहरण कांड में तेजी से साक्ष्य इकट्ठा करने के लिए शहर में भी कैंप कर सकती है. हालांकि, सीबीआइ जांच की प्रक्रिया को लेकर कुछ भी आधिकारिक रूप से बोलने से परहेज कर रही है. राजन साह के अनुसार सीबीआइ के ज्वाइंट डायरेक्टर खुद कमान संभाल लिए हैं, उसको उसको विश्वास हो रहा है कि केस में जल्द से जल्द काम होगा.
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