खादी मेले में मिल रहा 250 में कुर्ता, 500 रुपये में बंडी
kurta is available for Rs 250
खादी भवन कैंपस में लगे मेला में ग्राहकों की उमड़ रही भीड़ खादी ग्रामोद्योग के सामान की भी हो रही अच्छी बिक्री उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर शहर के गौशाला रोड स्थित खादी भवन के कैंपस में लगे दस दिवसीय खादी मेला में रविवार को लोगों की भीड़ रही. यहां लगे 120 स्टॉल पर खादी के कपड़ों से लेकर खादी ग्रामोद्योग के उत्पाद उपलब्ध थे. हर काउंटर पर बिहार उत्पादित अलग-अलग हस्त निर्मित व आधुनिक उत्पादों की बिक्री की जा रही थी. यहां मधुबनी और भागलपुर खादी ग्रामोद्योग की ओर से लगाये गये स्टॉल में खादी के हर तरह के कपड़े उपलब्ध हैं, जो ग्राहकों को काफी आकर्षित कर रहे हैं. मधुबनी के स्टॉल पर 250 रुपये में कुर्ता या शर्ट ग्राहकों की विशेष पसंद बन रहा है. यहां 500 से 700 रुपये की विभिन्न वेराइटी की कुर्ती उपलब्ध है तो 500 रुपये में बंडी भी मिल रहा है. यहां खादी, हैंडलूम व हैंडीक्राफ्ट, हस्तशिल्प, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, पीएमइजीपी, जीविका समूह व दूसरी संस्थाओं का स्टॉल भी लगा हुआ है, जहां खादी के विभिन्न डिजायन के कपड़ों सहित अचार-पापड़ की बिक्री की जा रही है. भागलपुर के स्टॉल पर सूट, मधुबनी प्रिंट साड़ी, गमछा और रूमाल की बिक्री की जा रही थी. संचालक चंदन कुमार ने कहा कि यहां खादी के सभी कपड़े न्यूनतम दर पर उपलब्ध है. देहरादून के स्टॉल पर आयुर्वेदिक दवायें देहरादून के स्टाॅल पर आयुर्वेदिक दवाओं की लंबी रेंज थी. यहां बादाम पाक, मधुमेह चूर्ण, गिलोय, जामुन का जूस सहित अन्य आइटम उपलब्ध थे. संचालक अतुल त्रिवेदी ने कहा कि सभी उत्पाद उत्तराखंड खादी ग्रामोद्योग के बने हैं. लोग इसे पसंद कर रहे हैं. यहां बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिये औषधीय दवा भी है, जिसकी मांग अच्छी है. भागलपुर के स्टॉल संचालक मंटू दास ने कहा कि उनके पास लूंगी, चादर, लीनेन कपड़ा सहित खादी के थान का कपड़ा उपलब्ध है. मेले में लोग पहुंच रहे हैं और खरीदारी कर रहे हैं. बिहार खादी ग्रामोद्योग के मंत्री वीरेंद्र कुमार ने कहा कि खादी के कपड़ों सहित ग्रामोद्योग निर्मित सामान यहां सस्ते दर पर उपलब्ध है. ग्राहक इसे काफी पसंद कर रहे हैं. यह मेला दस दिनों तक चलेगा. बिहार के बाहर के लगे स्टॉल पर ग्रामोद्योग निर्मित सामान की अच्छी मांग हो रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है