मुजफ्फरपुर में कुर्ता-पैजामा की कई वैरायटी बाजार से आउट ऑफ स्टॉक, कई वेराइटी की टोपियों भी उपलब्ध नहीं

ईद को लेकर इन दिनों बाजरों में खरीददारी के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है. दुकानदारों का कहना है कि अब तक 150 करोड़ के रेडीमेड कपड़ों का कारोबार हो चुका है.

By Anand Shekhar | April 8, 2024 7:43 PM

मुजफ्फरपुर. ईद पर नये कपड़ों की खरीदारी का बाजार इन दिनों परवान पर है. सुबह से शाम तक रेडीमेड कपड़ा दुकानों में ग्राहकों का तांता लग रहा है. पिछले सात दिनों से कपड़ा बाजार ग्रोथ पर है. सरैयागंज, मोतीझील, सूतापट्टी और बैंक रोड की रेडीमेड दुकानों से लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं. कपड़ा दुकानदारों की माने तो अब तक शहर से करीब 150 करोड़ का रेडीमेड कपड़ों का कारोबार हो चुका है. ईद के पहले चांद रात तक कपड़ों की बिक्री होगी. दुकानदार इस बार ईद की खरीदारी को लेकर काफी उत्साहित हैं. कोलकाता और दिल्ली से मंगाये गये अधिकतर कपड़ों के स्टॉक खाली हो चुके हैं.

मॉल से भी रेडीमेड कपड़ों की अच्छी सेल हो रही है. इस बार बाजार में सबसे कम कीमत में 200 रुपये तक कुर्ता-पैजामा का सेट उपलब्ध है. जिसकी अच्छी बिक्री हो रही है. शहर में चल रहे रेडिमेड कारखानों से भी कुर्ता पैजामा के कई वेराइटी के स्टॉक समाप्त हो चुके हैं. बच्चों के लिये भी पैजामा-कुर्ता की कई वेराइटी बाजार से गायब हो चुकी है. दुकानदारों का कहना है कि अधिकतर लोगों ने खरीदारी कर ली है. बचे हुये लाेग एक दो दिनों में खरीदारी करेंगे

ग्रिटर कुर्ता और सलवार पैजामा की अधिक डिमांड

इस बार ईद में ग्रिटर यानी चमकीला कुर्ता और सलवार पैजामा की बाजार में अधिक डिमांड रही. युवाओं ने इस सेट को अधिक पसंद किया. इसके अलावा सफेद और मलमल के कुर्ते का बाजार भी अच्छा रहा. पैंट पैजामा की सेल इस बार पिछले साल से बेहतर हुई है. दुकानदार अली अब्बास ने बताया कि पैँट पैजामा का उपयोग शर्ट के साथ भी होता है, इसलिये युवाओं में इसकी डिमांड रही. बुजुर्गों ने परंपरागत तरीके के सफेद कुर्ता-पैजामा की खरीदारी की. इस बार ईद का बाजार अच्छा है. शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी खरीदार पहुंच रहे हैं.

महिलाओं को पसंद आ रहा सलवार सूट

त्योहार के मौके पर महिलाओं को सलवार सूट पसंद आ रहा है. शहर के रेडीमेड दुकानों से इस बार सलवार सूट की सबसे अधिक बिक्री हुई है. इसके अलावा नकाब की पिछले साल से ज्यादा बिका है. ईद को लेकर कई दुकानदारों ने दिल्ली और मुंबई से सलवार सूट मंगाया था. इसके अलावा कटिंग सलवार सूट की भी इस बार अच्छी डिमांंड रही. सूतापट्टी कपड़ा मंडी से खुदरा विक्रेताओं ने कटिंग सलवार सूट खरीदा था, उसकी डिमांड अच्छी रही. कंपनी के प्रतिनिधि विमल छापड़िया ने कहा कि ईद को लेकर सलवार सूट की डिमांड काफी अच्छी रही

ईद को लेकर टोपियों की कई वेराइटी बाजार में नहीं

एक सप्ताह पहले कंपनीबाग, मोतीझील और मेहदी हसन चौक विभिन्न वेराइटी की टाेपियां मिल रही थीं, लेकिन अब बाजार से टोपियों की कई वेराइटी समाप्त हो गयी है. दो दिन पहले तक बाजार में चांद सितारे वाली टोपी युवाओं की पसंद बन रही थी, लेकिन अब यह कई दुकानों पर नहीं है. दुकानदार मो आफताब ने कहा कि टोपियों की बिक्री इस बार अच्छी हुई है. इसके अलावा गंजी, रूमाल और लूंगी का भी इस बार बाजार अच्छा है

फुटपाथ दुकानों चप्पल की खूब हो रही खरीदारी

ईद को लेकर अमूमन शहर के चप्पल को शोरूम में ग्राहकों का तांता लगता था, लेकिन इस बार फुटपाथ पर सजी दुकानों से चप्पलों की अच्छी बिक्री हो रही है. स्टेशन से लेकर धर्मशाला चौक तक फुटपाथ पर सजे चप्पल दुकानों पर सुबह से रात तक ग्राहकों का तांता लगा रहा है. फुटपाथ की दुकानों की अपेक्षा बड़े दुकानों में कम ग्राहक पहुंच रहे हैं. फुटपाथ पर 100 रुपये से 200 तक के चप्पल उपलब्ध है. जबकि दुकानों में कीमत दोगुनी है.

मोतीझील के चप्पल विक्रेता अब्दुल मजीद ने कहा कि निम्न वर्ग के लोगों को फुटपाथ पर सस्ते में चप्पल मिल जाता है, इसलिये उन दुकानों में भीड़ है. बड़े दुकानों में ग्राहक कम है. ऑनलाइन बाजार के कारण चप्पल की बिक्री पर काफी असर पड़ा है. पिछले साल की ईद का 50 फीसदी कारोबार भी हमलोग नहीं कर पाये हैं.

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