कुमार गौरव, मुजफ्फरपुर :
अब बहुत जल्द ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों लर्निंग लाइसेंस (एलएल) का टेस्ट देने के लिए ऑफिस जाने की आवश्यकता नहीं होगी. वाहन चालक अपने एंड्रॉयड मोबाइल पर ही लर्निंग लाइसेंस का टेस्ट दे सकेंगे. चालक अपने मोबाइल पर ही एलएल का टेस्ट देंगे. लेकिन, इस सुविधा के चालू होने के बाद ऑफिस जाकर टेस्ट देने का विकल्प समाप्त नहीं होगा. एलएल टेस्ट के लिए वाहन चालक के पास मोबाइल पर टेस्ट देने और डीटीओ ऑफिस जाकर टेस्ट देने दोनों विकल्प मौजूद होंगे. वह अपनी सुविधा अनुसार इन दोनों में कोई एक विकल्प चुन सकते है.
इसको लेकर विभागीय स्तर पर सॉफ्टवेयर अपडेट किया जा रहा है. उम्मीद है कि यह सेवा नया वित्तीय वर्ष शुरू होने तक चालू हो जाये. इधर, डीटीओ सुशील कुमार ने बताया विभागीय स्तर पर मोबाइल पर एलएल टेस्ट की तैयारी चल रही है. मुख्यालय से वीसी के दौरान इसकी जानकारी दी गयी है. विभागीय निर्देश के अनुसार आगे कार्रवाई की जायेगी.
लर्निंग लाइसेंस के टेस्ट में होगी पारदर्शिता
मोबाइल पर एलएल टेस्ट शुरू होने से इसमें पारदर्शिता आयेगी. चालक टेस्ट में फेल करने का आरोप नहीं लगा सकते क्योंकि चालान कटाने से लेकर टेस्ट देने सभी काम वह स्वत खुद से करेंगे. इसके लिए चालक के पास एंड्रॉयड मोबाइल होना आवश्यक है. चालक जब एलएल का आवेदन करेंगे तो टेस्ट के स्लॉट बुक करने के दौरान उनके पास कंप्यूटर पर ऑफिस जाकर टेस्ट देने व मोबाइल टेस्ट देने दोनों का विकल्प मिलेगा.
वह मोबाइल का विकल्प चुनते है तो उनके मोबाइल पर एक लिंक आयेगा. जिसके बाद टेस्ट स्लॉट के तय तिथि समयानुसार वह टेस्ट देंगे. एलएस टेस्ट में ट्रैफिक नियम संबंधित दस सवाल पूछे जाते है, 10 मिनट के अंदर छह सवाल का सही उत्तर देने पर पास होते है. फेल होने पर चालक को दोबारा से री-टेस्ट का चालान कटाना होगा.
बाहर रहने वालों को मिलेगा लाभ
कई लोग जो बाहर यानी दूसरे राज्य में रहते है और वह अपने स्थायी पते पर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना चाहते है. वह एलएल के लिए बाहर से भी आवेदन कर सकते है. लर्निंग लाइसेंस बनने के बाद उन्हें फाइनल ड्राइविंग टेस्ट के लिए आना होगा. लर्निंग का टेस्ट वह जहां रहेंगे वहीं से दे सकते हैं. आवेदन में लाइसेंस धारक को अपना आधार कार्ड, मैट्रिक का मार्कशीट जिस पर जन्मतिथि अंकित हो, खुद का फोटो, सिग्नेचर अपलोड करना है.