संवाददाता, मुजफ्फरपुर चाइनीज नागरिक ली जियाकी की मौत के बाद पिछले एक माह से एसकेएमसीएच के मॉर्चरी में रखे गए शव को लेने के लिए जल्द ही उसके परिजन मुजफ्फरपुर आयेंगे. चाइना कांसुलेट ने सेंट्रल जेल प्रबंधन से इस बाबत संपर्क साधा है. उसने बताया है कि ली जियाकी के पुत्र वीजा के लिए प्रयासरत हैं. इसकी प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी. इसके बाद वह इंडिया आएगा. एसकेएमसीएच के मॉर्चरी में जाकर शव की स्थिति को देखेगा. अगर शव चाइना ले जाने की स्थिति में होगा तो उसको वहां ले जाएगा नहीं तो यहां ही उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. चाइना कांसुलेट के अधिकारियों ने सेंट्रल जेल के अधिकारियों को बताया कि मृतक के परिजन से उनकी बातचीत हो गयी है. वह जल्द ही इंडिया आएंगे. जेल प्रशासन का कहना है कि वे लोग लगातार चाइना कांसुलेट से संपर्क करने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन, उधर से कुछ सकारात्मक जवाब नहीं दिया जा रहा था. शनिवार को कांसुलेट के अधिकारियों ने व्हाट्सएप पर मैसेज करके मृतक चाइनीज बंदी ली जियाकी के परिजन इंडिया आने को लेकर अपडेट दी है. वीजा मिलते ही परिजन इंडिया आ जाएंगे. जानकारी हो कि चाइनीज नागरिक ली जियाकी को बीते पांच जून को ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के लक्ष्मी चौक पर संदिग्ध स्थिति में बिना वीजा के घूमते हुए गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने उसको कोर्ट में प्रस्तुत करके न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था. सेंट्रल जेल में दो दिन रहने के बाद उसने जेल अस्पताल के बाथरूम में अपने चश्मे का शीशा तोड़कर खुद को जख्मी कर लिया था. जेल प्रशासन ने उसको बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया था. जहां उसकी हालत में सुधार हो रही थी. अचानक 10 जून की रात उसकी तबीयत बिगड़ी और 11 जून की सुबह बंदी की मौत हो गयी. चाइनीज बंदी के शव की मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तीन डॉक्टरों की मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया था. उसके बिसरा व हिस्टोपैथोलॉजी जांच के लिए शरीर का कुछ अवशेष लिया गया था. उसको जांच के लिए एफएसएल भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी. ली जियाकी के शव को एसकेएमसीएच के मॉर्चरी में डी फ्रिजर में रखा गया था.
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