मुजफ्फरपुर : जिले में एक आधार नंबर से एक ही किसान को अधिक मात्रा में उर्वरक की बिक्री करने के मामले में कृषि विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. 11 उर्वरक दुकानों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. साथ ही इनके विरुद्ध संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज भी करा दिया गया है. यह कार्रवाई पारू, सरैया, बंदरा, मीनापुर, साहेबगंज, सकरा, मोतीपुर प्रखंड में हुई है. कार्रवाई डीएम के निर्देश पर गठित जांच टीम के रिपोर्ट के आधार पर जिला कृषि पदाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने की है.
जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि ऐसे उर्वरक दुकानों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी रहेगी. किसी भी स्थिति में किसानों को अधिक दाम पर उर्वरक बेचने या गड़बड़ी करने के मामले में बख्सा नहीं जायेगा. जानकारी हो कि एक ही आधार नंबर से एक ही किसान को अधिक मात्रा में उर्वरक दिए जाने की गड़बड़ी सामने आने पर सरकार ने जांच के आदेश दिए थे. इसके बाद सभी जिलों में इसकी जांच शुरू कर दी गयी थी.
मेसर्स शशि कृषि निकेतन मनोहर पट्टी सकरा, मेसर्स किसान कृषि केंद्र हरपुर बंदरा, मेसर्स रामपुर दयाल केएसएसएसएस लिमिटेड बंदरा, मेसर्स विकास फर्टिलाइजर जैतपुर पारू, मेसर्स किसान ब्रदर्स बसरा सरैया, मेसर्स साईं ट्रेडर्स मीनापुर, मेसर्स आदित्य खाद बीज भंडार साहेबगंज, मेसर्स किसान सेवा केंद्र चक्की रसुलगंज मोतीपुर, मेसर्स जय हनुमान फर्टिलाइजर तुर्की बाजार मीनापुर, मेसर्स श्याम खाद भंडार टेंगरारी मीनापुर, मेसर्स बिस्कोमान कृषक सेवा केंद्र मीनापुर.
जिले के उर्वरक विक्रेताओं ने बुधवार को डीएम से मिलकर अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा. इसमें बताया है कि वे लोग सरकार एवं विभाग के निर्देश पर पीओएस मशीन से उर्वरक की बिक्री करते आ रहे हैं. इसमें कितना उर्वरक किसानों को देना है यह तय नहीं है. पीओएस मशीन या आधार कार्ड से यह स्पष्ट नहीं है कि उर्वरक खरीदने वालों के पास कितनी जमीन है. या फिर उन्हें कितना उर्वरक दिया जाए. उर्वरक विक्रेताओं ने बताया कि जांच के नाम पर उन्हें परेशान किया जा रहा है. इससे वे लोग काफी आहत है.
जिला स्तरीय खुदरा उर्वरक व्यवसाय संघ का गठन किया गया है. इसको लेकर बुधवार को संयुक्त भवन परिसर में एक बैठक हुई. जिसमें सर्वसम्मति से संघ का गठन करने पर निर्णय लिया गया. मौके पर सुधांशु नारायण सिंह, रविंद्र कुमार, मनोज कुमार सिंह, प्रवीण कुमार, राजू सिंह, श्याम कुमार आदि मौजूद थे.
posted by ashish jha