जमीन रजिस्ट्री का लोड बढ़ने पर फेल हुआ लिंक, पूरे दिन परेशान रहे पब्लिक
Link failed due to increase in load of land registry
::: जिला अवर निबंधक के समीप इकरार करने के बाद फोटो खिंचवाने के लिए देर शाम तक इंतजार करते रहे जमीन के क्रेता-विक्रेता
::: 200 रोजाना मुजफ्फरपुर रजिस्ट्री कार्यालय में हो रही है जमीन की खरीद-बिक्री, पहले 40-50 के बीच होती थी रजिस्ट्री
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
जमीन रजिस्ट्री में जमाबंदी की अनिवार्यता खत्म होने के बाद जिले में जमीन की खरीद-बिक्री में सीधे तीन से चार गुने की वृद्धि हो गयी है. यह स्थिति अमूमन राज्य के सभी रजिस्ट्री ऑफिस में है. इससे ऑनलाइन रजिस्ट्री प्रक्रिया के लिए विभाग की तरफ से उपलब्ध कराये गये वेबसाइट पर लोड काफी बढ़ गया है. इसका नतीजा है कि साइट काम ही नहीं कर रहा. सोमवार को पूरे दिन रजिस्ट्री ऑफिस में जमीन के क्रेता-विक्रेताओं की भीड़ रही. जिला अवर निबंधक के समीप इकरार के बाद जमीन के क्रेता-विक्रेता पूरे दिन फोटो खिंचवाने के लिए इंतजार करते रहे. इससे इस भीषण गर्मी में रजिस्ट्री ऑफिस में लाेगों की काफी भीड़ रही. रजिस्ट्री ऑफिस के कर्मचारी रात के नौ बजे तक लिंक आने के इंतजार में ऑफिस में रुके रहे. इधर, रजिस्ट्री ऑफिस के अनुसार, जब से जमीन रजिस्ट्री में जमाबंदी की अनिवार्यता को खत्म किया गया है. तब से रोजाना 200 से अधिक दस्तावेजों की रजिस्ट्री सिर्फ मुजफ्फरपुर रजिस्ट्री कार्यालय में हो रही है. इसके अलावा जिले के बाकी अन्य चार मुफस्सिल कार्यालयों कटरा, सकरा, पारू और मोतीपुर में मिलाकर 200-250 के बीच रोजाना रजिस्ट्री होती है. जबकि, पहले मुजफ्फरपुर रजिस्ट्री कार्यालय में 40-50 और बाकी अन्य चारों मुफस्सिल कार्यालयों में 50 के आसपास रजिस्ट्री होती थी. यानी कुल, 100 के आसपास ही रजिस्ट्री हो पा रही थी. लगभग यह स्थिति तीन महीने तक रजिस्ट्री ऑफिस में बनी हुई थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है