Lok Sabha Election 2024: मतदान में सबकी होगी भागीदारी, तभी लोकतंत्र होगा मजबूत

मुजफ्फरपुर के एमडीडीएम कॉलेज में प्रभात खबर की ओर से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ राकेश रंजन ने कहा कि मतदान करना भी एक प्रकार की देशभक्ति है. यह हम देशवासियों का कर्तव्य है कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में बूथों तक पहुंचकर मतदान करें.

By Ravi Ranjan | April 15, 2024 10:04 PM
  • एमडीडीएम कॉलेज में प्रभात खबर की ओर से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
  • छात्राओं ने स्वयं मतदान करने और जरूरतमंदों को बूथ तक पहुंचाने का लिया संकल्प

Lok Sabha Election 2024: पुरुषों की तुलना में कम संख्या में महिलाएं बूथों तक वोट देने पहुंचती हैं. इस मानसिकता से बाहर निकलना होगा. संविधान ने महिलाओं को समानता का अधिकार दिया है. ऐसे में महिलाएं वोट देने घर से निकलेंगी तो समाज की विचारधारा बदलेगी. बेहतर परिदृश्य का निर्माण होगा. ये बातें सोमवार को महंथ दर्शन दास महिला महाविद्यालय में प्रभात खबर की ओर से आयोजित मतदाता जागरूकता कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ कनुप्रिया ने कहीं. उन्होंने छात्राओं को कहा कि वे बाजार में शॉपिंग के लिए निकलतीं हैं और उसे पूरा करके ही लौटतीं हैं. ठीक उसी प्रकार मतदान के दिन घर से निकलें. बूथों तक पहुंचें और मतदान करने के बाद ही वहां से आयें.

गजल के माध्यम से मतदान की अपील

साहित्यकार डॉ भावना ने गजल की पंक्तियां…’मेरा ही वोट लेकर बैठा है बन के नेता, उस आदमी की खातिर ऊंची मचान क्यों है… ‘ के माध्यम से छात्राओं को मतदान के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि छात्राओं को चाहिए कि वे स्वयं तो मतदान के लिए जाएं ही अपने घर के अन्य सदस्यों से भी मतदान के लिए जिद करें. जिस प्रकार बच्चियां घर में अपने किसी कार्य के लिए जिद करतीं हैं मतदान के लिए उनके जिद को अभिभावक जरूर मानेंगे. इससे मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा और मजबूत सरकार का निर्माण होगा.

मतदान करना भी एक प्रकार की देशभक्ति

हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ राकेश रंजन ने कहा कि मतदान करना भी एक प्रकार की देशभक्ति है. यह हम देशवासियों का कर्तव्य है कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में बूथों तक पहुंचकर मतदान करें. उन्होंने छात्राओं को जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्रीयता से ऊपर उठकर अपने विवेक का प्रयोग कर मतदान करने की बात कही.

राष्ट्र और लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान आवश्यक

हिंदी विभाग के डॉ रामदुलार सहनी ने कहा कि हमें राष्ट्र और लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान अवश्य करना चाहिए. कहा कि युवाओं के प्रयास से ही मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा.

वोट है लोकतंत्र का प्राण

डॉ नूतन कुमारी ने कहा कि हमें अपने कर्तव्यों का बोध होना चाहिए. वोट लोकतंत्र का प्राण है और हम भाग्यशाली हैं कि हमें इसका उपयोग करने का अधिकार मिला है. जो पहली बार मतदाता बन रहीं हैं या पूर्व में भी जिन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अवसर मिला है. वे स्वयं भी मतदान करें और अपने परिजन व आसपास के लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करें.

आप शिक्षित हैं, भला बुरा सोंचकर चुनें उम्मीदवार

डॉ शमशेर अली ने छात्राओं को कहा कि आप शिक्षित हैं और समाज का भला-बुरा सोच-समझ सकती हैं. ऐसे में आपको अपने विवेक से ऐसे उम्मीदवार को चुनना चाहिए जो शिक्षा, स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाओं को समाज के अंतिम पंक्ति तक पहुंचाए. बुजुर्ग और लाचार लोगों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने में मदद करना चाहिए. कार्यक्रम को इतिहास विभाग के डॉ विपिन कुमार और अंग्रेजी विभाग के डॉ रविभूषण सिंह ने भी संबोधित किया. राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.

बोलीं छात्राएं :

पहली बार मतदान कर अपनी सरकार का करूंगी चयन
हम हिंदुस्तान में रहते हैं और देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह मतदान करे. आने वाले कल के लिए और समाज व राष्ट्र के उत्थान के लिए मतदान अवश्य करना चाहिए.

अनन्या


हमें लोकतंत्र के इस त्योहार को महापर्व की तरह मनाना चाहिए. हमें अपने मताधिकार से अपनी सरकार चुनने का मौका मिला है. स्वयं पहली बार मतदान करूंगी और अन्य लोगों को भी इसके लिए जागरूक करूंगी.

सृष्टि श्रीवास्तव

हमें अपने सूझबूझ से अपने मत का प्रयोग करना चाहिए. देश में युवाओं की संख्या सबसे अधिक है और ये जब मतदान करने बाहर निकलेंगे तो लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी.

-रिचा भारती


हमें संविधान ने समानता का अधिकार दिया है. ऐसे में समाज से सदन तक महिलाओं की भागीदारी बढ़े. महिलाओं की आवाज को बुलंद करने वाले नेता का चयन हो. इसके लिए मतदान करूंगी.

– दिव्यलता कुमारी

मानव जब जोर लगाता है पत्थर पानी बन जाता है… बेटियां जब समाज में मतदान करने निकलेंगी तो निश्चय ही मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा और इससे सकारात्मक संदेश आएगा.
-अनुषा कुमारी


वर्तमान में बिहार में शिक्षा-स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाएं भी ठीक से आखिरी पंक्ति के लोगों तक नहीं पहुंच पा रही. ऐसे में मतदान के माध्यम से ही हमें अपनी सरकार को चुनना होगा.

-किरण कुमारी

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