पिक आवर में लो वोल्टेज, हांफ रहे बिजली उपकरण

Low voltage in pick hour, power tools gasping

By Prabhat Khabar News Desk | June 18, 2024 8:57 PM

– घरों में रहना चाहिए 200 से 220 किलोवाट के बीच वोल्टेज – वोल्टेज के उतार चढ़ाव से खराब हो जाते बिजली उपकरण वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर : एक तो पहले से ही लोग बिजली के प्रीपेड मीटर की समस्या से परेशान है. वहीं अभी गर्मी के उमस में बिजली की आवाजाही लगी रहती है. ऊपर से अभी वोल्टेज की समस्या से उपभोक्ता परेशान है. शाम के समय पिक आवर में लोगों के घरों में 190 से 200 किलोवाट के बीच वोल्टेज की आपूर्ति रहती है. जबकि 200 से 220 किलाेवाट के बीच वोल्टेज की आपूर्ति बेहतर होती है. वोल्टेज कम होने का एक प्रमुख कारण ट्रांसफॉर्मर के न्यूटरल लाइन का कमजोर होना है. तो दूसरा कारण ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड होना है. इस कारण पिक आवर में शाम पांच बजे से देर रात दो बजे तक वोल्टेज की समस्या रहती है. रात के दो बजे के बाद फिर वोल्टेज की आपूर्ति 220 के करीब हो जाती है. वोल्टेज कम होने पर उमस भरी गर्मी में एसी, कूलर, स्टैंड फैन चलाने में उपभोक्ताओं को भारी परेशानी होती है. वहीं शाम के समय से वोल्टेज का उतार चढ़ाव भी देर रात तक चलता रहता है. कई बार तो शाम के समय वोल्टेज 180 से 190 तक चला जाता है. उस वक्त बिजली उपकरण चलने में हांफने लगते है. इसमें बिजली उपकरण के जलने का खतरा रहता है. इसके लिए उपभोक्ता अपने घरों में अलग से तीन से पांच केवी का एक्टस्ट्रा स्टेपलाइजर वोल्टेज कंट्रोल के लिए लगाते है. वोल्टेज कंट्रोल वाले इस स्टेपलाइजर को लगाने से घरों में बिजली की खपत भी बढ़ जाती है. यह समस्या किसी खास एक इलाके में नहीं लगभग चारों ओर की स्थिति है. शहर की तुलना में ग्रामीण इलाकों में वोल्टेज की समस्या और भी अधिक है. जब उपभोक्ता इसकी शिकायत पीएसएस व जेई से करते है कहा जाता है कि ऊपर गर्मी अधिक होने पर लोड बढ़ने से वोल्टेज कम जाता है. इधर मामले में शहरी वन डिवीजन के कार्यपालक अभियंता विजय कुमार ने बताया कि शहरी क्षेत्र में ओवरलोडेड ट्रांसफॉर्मर की जगह एडिशनल ट्रांसफॉर्मर लगाये जा रहे है करीब 50 से अधिक लगाये जा चुके है. जिन इलाकों में वोल्टेज की समस्या है वहां के जेई को ट्रांसफॉर्मर के न्यूटरल लाइन को दुरुस्त करने को कहा गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version