Makar Sankranti 2025: मुजफ्फरपुर में मकर संक्रांति के मौके पर सोमवार को लोगों ने जमकर खरीदारी की. खासकर तिलकुट, दूध, दही, गुड़ और चूड़ा की मांग काफी बढ़ गई. विभिन्न बाजारों के आंकड़ों के अनुसार, शहर में इन वस्तुओं की बिक्री लगभग आठ करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जबकि दही की बिक्री मंगलवार को भी जारी रहेगी, और इससे लगभग तीन करोड़ रुपये की अतिरिक्त बिक्री का अनुमान है.
दूध और दही की आपूर्ति में कोई कमी नहीं
शहर में दूध और दही की सप्लाई भी मांग के अनुसार की गई है. तिमुल डेयरी के एमडी फूल कुमार झा ने बताया कि पिछले दो दिनों में तीन लाख लीटर दूध और नौ लाख लीटर दही की आपूर्ति की गई है. इसके अलावा, 30 टन पनीर और 6,000 किलो तिलकुट भी विभिन्न स्टॉल पर भेजे गए हैं. इस बार बाजार में दूध और दही की कोई किल्लत नहीं हुई है, और ग्रामीण क्षेत्रों से भी तिलकुट की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है.
चूड़ा और गुड़ की जबरदस्त मांग
चूड़ा और गुड़ की बिक्री भी शानदार रही. चूड़ा विक्रेता रामपुकार साह ने बताया कि पिछले दो दिनों में करीब 30 लाख रुपये का चूड़ा और 10 लाख रुपये के गुड़ की बिक्री का अनुमान है. चूड़ा की सबसे ज्यादा मांग कतरनी और मालभोग चूड़ा के लिए थी, जबकि गुड़ में भुर्रा और सांवली का बिक्री में तेजी आई.
तिलकुट की रिकॉर्ड बिक्री
इस मकर संक्रांति पर सबसे ज्यादा मांग तिलकुट की रही. पिछले सात दिनों से तिलकुट की बिक्री में निरंतर बढ़ोतरी हो रही थी, लेकिन सोमवार को अकेले करीब 50 लाख रुपये का तिलकुट बिक गया. तिलकुट की सबसे अधिक डिमांड खोआ और गुड़ के तिलकुट के लिए रही. वहीं, काले तिल का तिलकुट और कसाढ़ की भी अच्छी बिक्री हुई. तिलकुट विक्रेता रामनंदन प्रसाद ने बताया कि इस बार बाजार पिछले साल से कहीं ज्यादा अच्छा है, और अब लोग सिर्फ मकर संक्रांति के दौरान ही तिलकुट नहीं खरीदते, बल्कि ठंड शुरू होते ही इसकी खरीदारी बढ़ जाती है.
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पर्व के आनंद में पतंगबाजी भी
मकर संक्रांति के पर्व पर पतंगबाजी का भी विशेष महत्व है, और इस बार शहर के पतंग स्टॉल्स पर भी भीड़ रही. खासकर 25 रुपये वाली पतंग और 200 रुपये वाली लटाई की बिक्री में तेजी आई. युवाओं में पतंगबाजी को लेकर खासा उत्साह था. पतंग विक्रेता मो. शमशुल ने बताया कि मंगलवार की दोपहर तक पतंग की बिक्री जारी रहेगी.