सुगौली-मुजफ्फरपुर रेलखंड के दोहरीकरण के बाद उत्तर बिहार से चलेंगी कई अहम ट्रेनें

सुगौली-मुजफ्फरपुर रेलखंड के दोहरीकरण के बाद उत्तर बिहार से चलेंगी कई अहम ट्रेनें

By Prabhat Khabar News Desk | February 10, 2025 1:07 AM

मुजफ्फरपुर.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वर्तमान में वाल्मीकिनगर-सुगौली व सुगौली-मुजफ्फरपुर रेलखंड का दोहरीकरण कार्य चल रहा है. इसके पूर्ण हो जाने से इस क्षेत्र में और कई ट्रेनों का परिचालन संभव हो पाएगा. परियोजनाओं को पूरा करने के लिए फंड की किसी भी तरह की कमी नहीं होने दी जाएगी. वहीं अमृत भारत स्टेशन के तहत मुजफ्फरपुर, चंपारण के आसपास के प्रमुख स्टेशनों जैसे – बेतिया, बापूधाम मोतिहारी, नरकटियागंज, रक्सौल आदि सहित बिहार में कुल 98 स्टेशनों का पुर्नविकास किया जा रहा है. इसके साथ ही इस क्षेत्र में रेलवे अवसंरचना के विकास के लिए नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा रेलखंड के दोहरीकरण कार्य की कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गयी है.

रेलवे के समग्र विकास पर 95 हजार 566 करोड़ खर्च

प्रेस वार्ता के दौरान रेल मंत्री ने कहा कि बिहार में रेलवे के समग्र विकास के लिए 95 हजार 566 करोड़ रुपए का खर्च किया जा रहा है. जिससे अगले 5 वर्षों में बिहार में रेलवे का नेटवर्क का कम्पलीट ट्रांसफॉर्मेशन होने वाला है. बिहार में 2009 से 2014 के बीच जहां औसतन प्रतिवर्ष 64 किमी नयी लाइन का निर्माण होता था, वहीं 2014 से 2025 के बीच प्रतिवर्ष औसतन 167 किमी नयी लाइन का निर्माण हुआ है, जो लगभग 2.6 गुणा ज्यादा है.

10 वर्षों में मलेशिया के कुल नेटवर्क के बराबर नयी लाइन बिछी

बिहार में 2014 से अब तक 1,832 किमी नयी रेल लाइन का निर्माण किया जा चुका है. जो मलेशिया के कुल रेल नेटवर्क के बराबर है. इसके साथ ही बिहार में 2014 से 3020 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण किया गया है. इसी का परिणाम है कि आज बिहार में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका है. यह बातें रेल मंत्री ने कही.

बजट में बिहार को रेलवे के लिए रिकॉर्ड 10 हजार 66 करोड़ रुपए

रेल मंत्री ने कहा कि वर्ष 2009 से 2014 के बीच बिहार में रेलवे के विकास के लिए प्रतिवर्ष औसतन 1,132 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया जाता था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल के बजट में बिहार को रेलवे के लिए रिकॉर्ड 10 हजार 66 करोड़ रुपये का बजट दिया है. जो पिछली सरकार की तुलना में करीब-करीब नौ गुना अधिक बजट आवंटित किया है. इसी रिकॉर्ड बजट का परिणाम है कि बिहार में नयी रेल लाइनों के निर्माण, विद्युतीकरण, नई ट्रेनों का संचालन, स्टेशनों का विकास, यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी के कार्य रिकॉर्ड स्तर पर किए जा रहे हैं.

आरपीएफ व जीआरपी की टीम थी मुस्तैद

रेल मंत्री के कार्यक्रम को लेकर आरपीएफ से लेकर जीआरपी की टीम पूरी तरह से मुस्तैद थी. आरपीएफ के आइजी अमरेश कुमार, सहायक सुरक्षा आयुक्त अजय कुमार मौजूद थे. जीआरपी से डीएसपी समस्तीपुर रौशन गुप्ता के साथ आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार व जीआरपी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार के नेतृत्व में चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था थी. सर्कुलेटिंग एरिया से लेकर प्लेटफॉर्म तक पुलिस बल की तैनाती के साथ निगरानी की जा रही थी.

स्टेशन अधीक्षक ने बुके देकर किया स्वागत

जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या-1 पर रेल मंत्री के पहुंचने पर स्टेशन अधीक्षक अखिलेश कुमार सिंह ने बुके देकर स्वागत किया. इस दौरान सीनियर डीओएम मनीष सौरभ, सीनियर डीसीएम रौशन कुमार, स्टेशन डायरेक्टर रवि शंकर महतो, ट्रैफिक इंस्पेक्टर नवीन कुमार, डीसीआइ नीरज पांडेय, डिप्टी एसएस कॉमर्शियल मृत्युंजय शर्मा, यूटीएस प्रभारी विकास वर्मा सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे.

बाबा गरीबनाथ का प्रतीक चिन्ह देकर किया स्वागत

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को बाबा गरीबनाथ का प्रतिक चिन्ह,अंगवस्त्र और पुष्पगुच्छ देकर भाजपा नेताओं ने स्वागत किया. इस दौरान मुजफ्फरपुर पूर्वी जिलाध्यक्ष विवेक कुमार, मुजफ्फरपुर पश्चिमी जिलाध्यक्ष हरिमोहन चौधरी, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रभात मालाकार, उपमेयर डाॅ. मोनालिसा, वार्ड पार्षद केपी पप्पू, केशव चौबे, साहेब साह, अरविंद सिंह ने स्वागत किया.

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