मुजफ्फरपुऱ रक्षाबंधन को लेकर सर्राफा बाजार ने भी तैयारी की है. यहां कई प्रतिष्ठानों में सोने और चांदी की राखियों का डिस्प्ले किया गया है. कई बहनें अपने भाइयों की कलाई पर सोने-चांदी की राखियां बांधती है. इन दिनों बाजार में तीन ग्राम वजन वाले सोने की राखियां 20 हजार और तीन ग्राम चांदी की राखियां 600 में उपलब्ध है. प्रतिष्ठानों से इस तरह की राखियों की बिक्री शुरू हो गयी है. सर्राफा बाजार की मानें तो सोने-चांदी की राखियों का कारोबार करीब दो करोड़ का होता है. ये राखियां यहीं के कारीगरों द्वारा तैयार की जाती है. सोने-चांदी की दुकानों में कुछ राखियां बना कर रखी गयी हैं. दुकानदारों का कहना है कि डिमांड और वजन के अनुसार विभिन्न डिजायन की राखियां तैयार की जाती है. करीब दो दशक से इस तरह की राखियां प्रचलन में है. लोग अपने सामर्थ्य्र के अनुसार राखियों की खरीदारी करते हैं. सोने-चांदी की कीमत अधिक होने के बावजूद राखियों की डिमांड है. लोग अपने पसंद की डिजायनों की राखी का ऑर्डर दे रहे हैँ. क्या कहते हैं पदाधिकारी सोने-चांदी की राखियां प्रचलन में है. यह राखी के साथ एक उपहार भी है, जो बहनें अपने भाइयों को देती हैं. इसके अलावा बहनों को नेग देने के लिए भी भाई अंगूठी, टॉप्स, इयर रिंग और पायल की खरीदारी करते हैं. इस बार भी रक्षाबंधन का बाजार बेहतर होने की उम्मीद है संजय कुमार, महामंत्री, थोक सर्राफा संघ
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