मार्क्सवाद शोषणमुक्त समाज में बदलने का कारगर हथियार
मार्क्सवाद शोषणमुक्त समाज में बदलने का कारगर हथियार
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने लगाया शिक्षण शिविर
मुजफ्फरपुर.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का दो दिवसीय शिक्षण शिविर, जिला कार्यालय चन्द्रशेखर भवन के रामदेव शर्मा सभागार में शुरू हुआ. राज्य शिक्षा विभाग की ओर से मार्क्सवादी चिंतक विजेंद्र केशरी ने दो सत्रों में कक्षा को संबोधित किया. प्रथम सत्र में उन्होंने भौतिकवादी दर्शन की व्याख्या की. कहा कि पदार्थ से ही चेतना की उत्पत्ति होती है. रूप, रंग, आकार, गुण, मात्रा आदि बदलते हुए पदार्थ आगे बढ़ता है. यही गति और उसमें होने वाले परिवर्तन विकास की ओर ले जाते हैं. कहा कि द्वन्दात्मक भौतिकवाद कार्ल मार्क्स और फ्रेडरिक एंगेल्स की खोज है. इसकी खोज से मार्क्स ने विश्व को एक नई दृष्टि दी.दूसरे सत्र में उद्भव व विकास विषय पर शिक्षक साथी ने कहा कि पार्टी का बिहार में उद्भव का इतिहास अत्यंत गौरवशाली रहा है. ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जंग लड़ते हुए कम्युनिस्ट नेताओं ने छात्र, किसान व मजदूर आंदोलन को गति प्रदान की. बिहार में राज्य इकाई का गठन 20 अक्तूबर 1939 को मुंगेर में विजयादशमी के दिन किया गया. शिक्षण शिविर की अध्यक्षता प्रो भारती सिन्हा ने की. तीसरा सत्र बुधवार को होगा. कार्यक्रम में अजय सिंह, जिला सचिव रामकिशोर झा, जगदीश गुप्ता, शंभू शरण ठाकुर, रामबिलास राय, रघुवर भक्त, सुनील श्रीवास्तव, विश्वनाथ राय, अवधेश पासवान, कमलेश्वर चौधरी, मो मुसाफिर, मल्लिक मो जायसी, नगीना प्रसाद, विश्वनाथ सिंह, मो नसरुद्दीन, भरत पासवान भारती, राम किशोर सहनी आदि ने भाग लिया.
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