मौनी अमावस्या आज, स्नान-दान के साथ मंदिरों में पूजा
मौनी अमावस्या आज, स्नान-दान के साथ मंदिरों में पूजा
पौराणिक ग्रंथ के अनुसार गंगा स्नान से सभी कष्टों का नाश उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर मौनी अमावस्या बुधवार को आस्था के साथ मनायी जायेगी. इस दिन मकर राशि में सूर्य, बुध व चंद्रमा तीनों ग्रहों का अद्भुत योग भी बन रहा है. माना जाता है कि इस योग में मनोकामनाएं पूरी होती हैं. ज्योतिष के अनुसार यह तिथि बड़ी परेशानियों से मुक्ति दिलाने के लिए बेहद खास है. मौनी अमावस्या पर स्नान-दान के बाद पूजन के लिए मंदिरों में काफी भीड़ उमड़ती है. इस बार गरीबनाथ मंदिर में भक्तों के जलाभिषेक व पूजन की तैयारी की गयी है. मंदिर के प्रधान पुजारी पं विनय पाठक ने कहा कि सुबह से ही यहां जलाभिषेक के लिए भक्तों की भीड़ रहेगी. इस दिन मंदिर में सत्यनारायण पूजन भी अधिक होगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अमावस्या की तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है. शास्त्रों के अनुसार, मौनी अमावस्या शनि देव महाराज व पितरों को भी समर्पित है. कहा जाता है कि इस दिन मौन धारण करने से मुनि पद की प्राप्ति होती है.पौराणिक ग्रंथ के अनुसार इस दिन गंगाजल अमृत के समान होता है, जो इस दिन गंगा स्नान करता है, उसके सभी कष्टों का नाश होता है और समस्त सुखों को भोगने के बाद बैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है. मौनी अमावस्या के दिन नदी या सरोवर में स्नान कर आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से मनुष्य को सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है. इस दिन धन संपदा में वृद्धि के लिए तुलसी पूजन करना चाहिये.
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