बुखार व खांसी के मरीजों की सर्वाधिक कतार
बुखार व खांसी के मरीजों की सर्वाधिक कतार
-स्वास्थ्य विभाग ने 14 माह की रिपाेर्ट की जारी-दाे लाख 13 हजार 722 बच्चाें का हुआ इलाज-खांसी-बुखार के 15 हजार 507 बच्चे रहे पीड़ित मुजफ्फरपुर. स्वास्थ्य विभाग ने 14 माह की रिपाेर्ट जारी की है. इसके अनुसार बुखार व खांसी के मरीजों की सर्वाधिक कतारें लगी रहीं. बुखार व खांसी से पीड़ित होकर सरकारी अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे बच्चों की सबसे ज्यादा संख्या रही. अप्रैल 2023 से जून 2024 तक कुल दाे लाख 13 हजार 722 बच्चाें का इलाज हुआ. इसमें सबसे अधिक सात दिनों तक बीमार हुए बच्चाें की संख्या 1 लाख 45 हजार है. विभाग से यह डेटा इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फार्मेशन पाेर्टल पर भी अपलाेड किया गया है. खांसी के साथ बुखार के 15 हजार 507 केस आये. बच्चे दाे सप्ताह से अधिक समय तक खांसी के साथ बुखार से पीड़ित रहे थे. वहीं लूज माेशन के साथ खून आने की समस्या से 5706 बच्चे ग्रसित हुए. इसके अतिरिक्त चार सप्ताह तक जाॅन्डिस से 119 बच्चे बीमार हुए. 40 बच्चे मलेरिया व 36 बच्चे पैरालाइसिस से भी पीड़ित हुए. यह आंकड़ा सदर अस्पताल, एसकेएमसीएच व सभी पीएचसी में ओपीडी व आइपीडी में आए बच्चों का है.
बड़ी संख्या में बच्चों के बीमार हाेने से विभाग चिंतित :
जिले में दाे लाख से अधिक बच्चों के बुखार समेत अन्य बीमारियाें से पीड़ित हाेने से मुख्यालय पटना तक हड़कंप मच गया था. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि जिला स्तर पर बचाव के काेई विशेष उपाय नहीं किये गये. एइएस का आउट ब्रेक हाे चुका है. हर वर्ष बड़ी तादाद में चमकी-बुखार से बच्चे बीमार हाेते हैं, लेकिन इस साल बच्चे इससे कम पीड़ित हुए हैं. इसके लिए विशेष अभियान चलाया गया. हालांकि विभाग के एसओपी में एइएस से बचाव के लिए अभियान जारी रखने की बात कही गई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है