वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले में सोमवार से सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरुआत की गयी है. प्रखंड से लेकर जिले भर में यह अभियान चलाया जा रहा है. सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने कहा कि जिन लोगों में माइक्रोफाइलेरिया रहते हैं, उनमें कुछ प्रतिकूल प्रभाव भी दिख सकते हैं. फाइलेरिया रोधी दवाओं को किसी हालत में खानी चाहिए. 17 दिनों के इस अभियान के दौरान पहले 14 कार्यदिवस डोर टू डोर फाइलेरिया रोधी दवाएं खिलाई जा रही हैं. आखिरी के तीन दिन में स्कूलों, रेलवे जंक्शन एवं सार्वजनिक स्थानों पर दवा खिलाई जायेगी. सभी स्कूलों के प्राचार्य को निर्देशित किया गया है कि वह समय पर मध्याह्न भोजन बच्चों को परोसे और दवाएं खिलाएं. बताया कि जिले की कुल आबादी में से 57 लाख से ज्यादा लोगों का एमडीए के तहत आइवरमेक्टिन, डीइसी और एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी. आइवरमेक्टिन की गोली को डोज पोल के तहत व डीईसी की गोली को उम्र के अनुसार खिलाई जानी हैं. इसमें 2527 टीम, 5074 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर, 3697 आशा, 1377 आंगनबाड़ी व वॉलिंटियर तथा कार्य के सर्वेक्षण के लिए कुल 250 सुपरवाइजर काम कर रहे हैं. जिले में है तैयारी : प्रखंड और शहरी क्षेत्र में दवा लॉजिस्टिक एवं आईसी का वितरण जन समुदाय में जागरूकता हेतु किया जा चुका है. विभिन्न मदरसा में मौलवी एवं छात्रों को दवा खाने के लिए जागरूक किया जा चुका है. जीविका समूह की बैठक करते हुए उन्हें स्वयं और पड़ोस के लोगों को दवा खिलाने हेतु प्रेरित किया जा रहा है. सर्वजन दवा सेवन अभियान के दौरान 22 से ज्यादा विभागों के समन्वय हेतु जिलाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त के द्वारा निदेशित किया गया है.
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