मोतीपुर थाना के रतनपुरा गांव में मिली मिनी गन फैक्ट्री संचालक महादेव ठाकुर का नक्सलियों से भी संपर्क है. उसका कनेक्शन नक्सलियों के साथ 14 साल से है. नक्सलियों के अलावा महादेव स्थानीय व दूसरे जिले के अपराधियों को भी आर्म्स की सप्लाई करता था. मुजफ्फरपुर के एसएसपी जयंत कांत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों को इसकी जानकारी दी.
एसएसपी ने कहा कि महादेव के संपर्क में कई नक्सलियों के अलावा शातिर अपराधी थे. महादेव नक्सलियों के हथियार की मरम्मत भी करता था. आर्म्स बनाने में वह माहिर है. सिर्फ कंट्री मेड वेपन ही नहीं बल्कि रायफल, पिस्टल और बंदूक भी बनाने की क्षमता उसमें है. इसके लिए उसने कई साल पूर्व प्रशिक्षण लिया था. वह बनाये गये हथियार की सप्लाई मोतीपुर, सिवाईपट्टी, साहेबगंज, पारू, देवरिया, मोतिहारी, शहरी इलाके के अलावा सीमावर्ती जिले में भी करता था.
एसएसपी ने बताया कि महादेव ठाकुर के साथ पुलिस ने दो सप्लायर और धंधेबाज को गिरफ्तार किया है. इसमें सदर थाना के भगवानपुर बजरंगपुरम के रविंद्र रंजन सिंह व पूर्वी चंपारण जिले के पताही का अरविंद कुमार सिंह शामिल है. संदेह के आधार पर पुलिस ने चौथे व्यक्ति को भी हिरासत में लिया था. जिसकी संलिप्तता नहीं मिलने पर पुलिस ने पीआर बांड पर छोड़ दिया.
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एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में महादेव ने कई बातों की जानकारी दी है. इसमें आर्म्स की खरीद बिक्री करने वाले दो दर्जन से अधिक धंधेबाजों के नाम व पता की जानकारी दी है. डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद के नेतृत्व में विशेष टीम सभी धंधेबाजों के नाम व पता का सत्यापन कर रही है. इसमें दोषी पाये गये लोगों को पुलिस गिरफ्तार करेगी.
एसएसपी ने बताया कि महादेव ठाकुर के घर से मिले हथियारों की जखीरा को पूर्वी चंपारण में सप्लाई करनी थी. पिछले 12 साल से वह अपराध की दुनिया में सक्रिय है. वह साल 2008 में भी आर्म्स एक्ट में जेल गया था. वह पूर्व में भी आर्म्स बनाने के जुर्म में जेल जा चुका है. पुलिस को सूचना मिली थी कि वह अपने घर में मिनी गन फैक्ट्री का संचालन कर भारी मात्रा में हथियार बना रहा था. इसके बाद एसएसपी ने खुद वहां पर छापेमारी की. इसमें हथियार का जखीरा पकड़ा गया. खपड़ा के अंदर उसने आर्म्स को छिपा कर रखा था.
Published By: Thakur Shaktilochan