मुजफ्फरपुर मिनी गन फैक्ट्री: मुंगेर के मटेरियल से तैयार देशी कट्टा 3000 में तो पिस्टल 20000 में बेचा

मुजफ्फरपुर के मोतीपुर थाना क्षेत्र में मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ है. मुंगेर से रॉ मटेरियल मंगाया जाता था. तीन हजार में देशी कट्टा तो 20 हजार में पिस्टल बेचा जाता था. नक्सलियों को भी हथियार भेजा जाता था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2022 7:52 PM

मुजफ्फरपुर के मोतीपुर थाना के रतनपुरा गांव में मिली मिनी गन फैक्ट्री संचालक महादेव ठाकुर ने पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किये हैं. 14 साल से उसका संपर्क नक्सलियों से भी रहा है. मुजफ्फरपुर के एसएसपी जयंत कांत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि कई जिलों के अपराधियों और नक्सलियों को यहां से हथियार सप्लाई किये जाते थे.

नक्सलियों के हथियारों का करता रहा मरम्मत

मिनी गन चलाने वाला महादेव ठाकुर एक दशक से ये अवैध धंधा पसारे हुआ था. उसके संपर्क में कई नक्सलियों के अलावा शातिर अपराधी भी थे. महादेव से ही नक्सली अपने हथियारों की मरम्मत भी करवाते थे. हथियार बनाने में वह माहिर है. महादेव केवल इंडिया मेड वेपन ही नहीं बल्कि रायफल, पिस्टल और बंदूक भी बनाने में भी माहिर है.

20 से 25 हजार रुपये में बेचता था पिस्टल, मुंगेर से मंगवाता था मटेरियल

पुलिस को उससे पूछताछ में जानकारी हुई है कि महादेव आर्म्स निर्माण के लिए रॉ मेटेरियल मुंगेर से मंगवाता था. रॉ मेटेरियल से वह खुद आर्म्स तैयार करके बेचता था. पुलिस को उसने बताया कि एक देसी कट्टा वह तीन से चार हजार रुपये में बेचता था. वहीं 20 से 25 हजार रुपये में पिस्टल बनाकर बेचता था. उसके पास कट्टा का डिमांड अधिक आता था.

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एसएसपी ने खुद की छापेमारी

पुलिस को सूचना मिली थी कि महादेव अपने घर में ही हथियार तैयार करता है. जिसके बाद एसएसपी ने खुद वहां पर छापेमारी की. इसमें हथियार का जखीरा पकड़ा गया. मौके पर से एक पिस्टल, छह देसी कट्टा, छह देसी कट्टा का बैरल, छह बैरल बनाने की पाइप, चार देसी कट्टा की अर्धनिर्मित बॉडी, कट्टा बनाने के लाल रंग की लोहे की मशीन, 10 गोलियां और दो खोखा बरामद किये गये.

Published By: Thakur Shaktilochan

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