मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट, कितने बच्चों की हुई मौत
Ministry seeks report, how many children died
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर समय से पहले जन्मे और गंभीर बीमारियाें से पीड़ित नवजाताें की मृत्यु दर राेकने के लिए पटना से लेकर दिल्ली तक माॅनीटरिंग की जा रही है. इस लिहाज से सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू का संचालन किया जा रहा है. सदर अस्पताल के एमसीएच स्थित एसएनसीयू में एक साल में कितने बच्चे भर्ती हुए और इसमें कितनों की मौत हो गयी, इसकी रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मांगी है. इसके साथ ही रिपोर्ट में कितने बच्चे एक साल में स्वस्थ होकर अपने घर गये हैं, इसका भी ब्योरा मांगा है. इसके साथ ही जो सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई दी जा रही है. उसकी स्थिति क्या है. अगर सही से ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हो रही है तो इससे यहां भर्ती नवजाताें की जान पर खतरा उत्पन्न हाे सकता है. इसे गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन काे पत्र लिखकर इसे तुरंत ठीक कराने काे कहा गया है. इसके अलावा अन्य खराब उपकरणाें काे भी तुरंत ठीक कराने काे कहा है. दरअसल, एसएनसीयू का पटना व दिल्ली से मॉनीटरिंग की जा रही है. इसमें पाया जा रहा है कि एसएनसीयू में जाे बच्चे भर्ती हो रहे हैं, उसकी जांच व देखभाल करने को चिकित्सक नहीं जा रहे हैं. नर्स ही बच्चों को दवा से लेकर हर सभी उपचार करती हैं. इसके अलावे वैशाली जिले के एसएनसीयू में लगे पांच में दाे एसी ठीक हैं पर तीन में कूलिंग की दिक्कत है.
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